
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद मृतकों की पहचान का कार्य तेजी से चल रहा है। सोमवार सुबह सिविल अधीक्षक राकेश जोशी ने बताया कि अब तक 119 शवों का डीएनए मिलान हो चुका है। इनमें से 76 शवों को आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। जोशी के अनुसार, जैसे-जैसे डीएनए रिपोर्ट्स आ रही हैं, शवों की पहचान और सुपुर्दगी की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है। हादसे के बाद से पीड़ित परिवारों को मानसिक संबल देने के लिए प्रशासन की ओर से विशेष टीमें भी तैनात की गई हैं।
आज 14 और शव सौंपे जाने की संभावना
अब भी 43 शवों की पहचान होनी बाकी है। सिविल अधीक्षक ने जानकारी दी कि 14 और शव उनके परिजनों को सौंपे जाने की तैयारी की जा रही है। वहीं, 11 परिवार ऐसे हैं जो किसी अन्य रिश्तेदार के डीएनए सैंपल के मिलान का इंतजार कर रहे हैं। प्रशासन इन्हें प्राथमिकता के आधार पर निपटाने का प्रयास कर रहा है।
18 परिवारों को कॉल का इंतजार
एक अन्य अहम जानकारी यह भी सामने आई है कि 18 ऐसे मृतक हैं जिनके परिवारों को अब तक कॉल नहीं किया गया है। इसका सीधा मतलब है कि उनके डीएनए मिलान की प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हो पाई है। जैसे ही मिलान सफल होगा, संबंधित परिवारों से संपर्क कर शव सौंपा जाएगा।
ब्रिटिश नागरिकों के परिजन जल्द पहुंचेंगे भारत
राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने बताया कि हादसे में मारे गए दो ब्रिटिश नागरिकों के परिजन जल्द ही भारत पहुंचेंगे। उनके डीएनए सैंपल लिए जाएंगे और फिर शव उन्हें सौंपे जाएंगे। इस प्रक्रिया में डिप्टी कलेक्टर स्तर के अधिकारी और अन्य विभागों के कर्मचारी समन्वय कर रहे हैं।
सभी शव सम्मानपूर्वक सौंपे जाएं
प्रशासन का स्पष्ट लक्ष्य है कि सभी शवों की पहचान सम्मानपूर्वक और वैज्ञानिक तरीकों से सुनिश्चित की जाए, ताकि परिजनों को किसी भी प्रकार की असमंजस की स्थिति का सामना न करना पड़े। राहत आयुक्त कार्यालय, स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस कार्य में पूरी तन्मयता से लगे हुए हैं।
(अहमदाबाद से जितेंद्र शर्मा की रिपोर्ट)