
तेहरान। ईरान की राजधानी तेहरान इस समय बदहवासी और दहशत के माहौल से गुजर रही है। इजरायल द्वारा लगातार किए जा रहे मिसाइल और हवाई हमलों के बाद हालात बेकाबू हो चुके हैं। राजधानी छोड़कर भागने वालों की भारी भीड़ सड़कों पर दिखाई दे रही है। गाड़ियों की लंबी कतारें, पेट्रोल पंपों पर भारी भीड़, बॉर्डर पर अफरा-तफरी और बमबारी से दहशत। तेहरान में हालात किसी युद्ध क्षेत्र से कम नहीं।
इजरायली हमलों ने राजधानी में मचाई तबाही
वहीं शुक्रवार की सुबह इजरायली वायुसेना ने तेहरान पर एक के बाद एक कई मिसाइलें दागीं। ये हमले शीर्ष ईरानी सैन्य अधिकारियों और वैज्ञानिकों के आवासों को निशाना बनाकर किए गए।
CNN और DPA की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ हमले इतने सटीक थे कि इमारतें एक झटके में ढह गईं। इन हमलों में अब तक 16 लोगों की मौत और सैकड़ों के घायल होने की खबर है।
सड़कों पर भगदड़, गैस के लिए लंबी लाइनें
रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजधानी से उत्तर की ओर ग्रामीण इलाकों की ओर पलायन हो रहा है। कई लोगों ने कहा कि बच्चों के साथ रहना असुरक्षित है। एक नागरिक ने CNN से कहा, “मैं घर नहीं छोड़ना चाहता, लेकिन बच्चों की जान ज्यादा जरूरी है।” गैस स्टेशन पर कई किलोमीटर लंबी कतारें देखी गई हैं। बाजारगान बॉर्डर (तुर्किये सीमा) और ईरान-अजरबैजान सीमा पर भी भीड़ उमड़ पड़ी है।
तेहरान से पलायन के वीडियो वायरल
- तेहरान से पलायन कर रहे लोगों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
- राजमार्गों पर कारों की लंबी कतारें, पलायन करते परिवार।
- ईरान-तुर्किये की सीमा पर हज़ारों लोग इमिग्रेशन के लिए लाइन में।
- एक यूजर ने लिखा है कि तेहरान में अराजकता का माहौल है। लोग बेतहाशा शहर छोड़ रहे हैं।
मेट्रो, स्कूल और मस्जिदों में शरण की अपील
तेहरान की नगर परिषद के अध्यक्ष मेहदी चरमन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- शहर में बम शेल्टरों की भारी कमी है। हम मेट्रो और बेसमेंट को विकल्प के तौर पर तैयार कर रहे हैं। प्रवक्ता फतेमेह मोहजेरानी ने कहा, लोग मस्जिदों, स्कूलों और मेट्रो स्टेशन में शरण लें। खाद्य और दवा की कोई कमी नहीं होगी। रविवार रात से मेट्रो 24 घंटे खुला रहेगा।
ईरान ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस को दी चेतावनी
ईरानी सरकारी मीडिया के अनुसार, तेहरान ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस को कड़ी चेतावनी दी है कि अगर ये देश इजरायल के समर्थन में ईरान पर हमलों में मदद करते हैं, तो हम उनके क्षेत्रीय ठिकानों और जहाजों को भी निशाना बनाएंगे। फिलहाल अमेरिका इजरायली शहरों पर दागी गई ईरानी मिसाइलों को मार गिराने में मदद कर रहा है, जबकि फ्रांस और ब्रिटेन ने मदद करने की संभावना से इनकार नहीं किया है।
इजरायली रक्षा प्रणाली ने रोक दीं अधिकतर मिसाइलें
ईरान पिछले शुक्रवार से लगातार ड्रोन और मिसाइल हमले कर रहा है। अधिकांश मिसाइलों को इजरायल की आयरन डोम डिफेंस सिस्टम ने रोक दिया है। फिर भी कुछ मिसाइलें लक्ष्य तक पहुंच गईं, जिससे बड़े पैमाने पर मानव जीवन और संपत्ति का नुकसान हुआ।
तेहरान नगर परिषद प्रमुख ने यह भी कहा कि हम 1980 के दशक के सद्दाम हुसैन द्वारा किए गए हमलों से सबक लेकर भूमिगत पार्किंग और बेसमेंट को अस्थायी शरण स्थल बना रहे हैं।