
भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून आने से पहले ही प्री-मानसून की बारिश और तेज हवाओं ने मौसम का रुख बदल दिया है। पिछले कई दिनों से प्रदेश के ज्यादातर जिलों में तेज बारिश, आंधी और गरज-चमक का दौर जारी है। शनिवार को भी कई जिलों में आंधी के साथ झमाझम बारिश हुई। मौसम विभाग ने भोपाल, इंदौर समेत कुल 47 जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश होने का अलर्ट जारी किया है।
47 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने रविवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, रीवा, सागर, जबलपुर समेत कुल 47 जिलों में तेज आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में हवा की रफ्तार 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। विभाग ने अगले 4 दिनों के लिए अलर्ट जारी किया है।
अलर्ट में जिन जिलों को शामिल किया गया है उनमें प्रमुख रूप से भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, रीवा, सतना, पन्ना, दमोह, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, सीहोर, शाजापुर, देवास, खंडवा, खरगोन, धार, बड़वानी, रतलाम, मंदसौर, नीमच, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, आगर-मालवा, टीकमगढ़, छतरपुर, निवाड़ी, मैहर, मऊगंज, कटनी, डिंडौरी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर शामिल हैं।
कई जिलों में आंधी से नुकसान
शनिवार को उज्जैन में तेज आंधी के कारण रेलवे ट्रैक पर पेड़ गिर गया जिससे कई ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई। वहीं नीमच में आंधी के चलते मकानों के टिनशेड उड़ गए। छिंदवाड़ा, खजुराहो, सागर, धार, शाजापुर समेत कई जिलों में तेज बारिश दर्ज की गई।
भीषण गर्मी के बीच राहत की बारिश
बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी है वहीं लू जैसी गर्म हवाओं का असर भी बना हुआ है। नर्मदापुरम में तापमान 45.2 डिग्री, खजुराहो में 44.7 डिग्री और नौगांव में 44.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। भोपाल में भी पारा 40 डिग्री के पार रहा।
मानसून की एंट्री 16-17 जून तक संभव
मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में मानसून 16-17 जून तक दस्तक दे सकता है। सामान्यतः यह 15 जून तक पहुंचता है लेकिन इस बार थोड़ा विलंब हो रहा है। हालांकि महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में मानसून पहले ही सक्रिय हो चुका है।
मई में टूटे बारिश के रिकॉर्ड
इस साल मई महीने में भी रिकॉर्ड बारिश हुई। इंदौर में 139 साल बाद रिकॉर्ड 4.6 इंच बारिश दर्ज की गई। उज्जैन में भी सबसे ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड बना। मई में हर दिन किसी न किसी जिले में बारिश या आंधी का दौर जारी रहा।
मध्य प्रदेश में इस बार गर्मी के दौरान भी लगातार 43 दिनों तक बारिश और आंधी का सिलसिला बना रहा। 26 अप्रैल से 7 जून तक हर दिन किसी न किसी इलाके में पानी गिरा या तेज आंधी चली।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. सुरेंद्रन के अनुसार, इस बार लगातार वेस्टर्न डिस्टर्बेंस, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की सक्रियता बनी रही। अरब सागर से लगातार नमी आ रही है, जिससे बारिश और तेज हवाओं का सिलसिला जारी है।