
प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के नवविवाहित जोड़े के लिए हनीमून का सफर कभी न भूलने वाला दर्द बन गया है। 5 मई को शादी के बंधन में बंधे कौशलेंद्र प्रताप सिंह (29) और उनकी पत्नी अंकिता (26) 24 मई को हनीमून के लिए सिक्किम रवाना हुए थे। लेकिन 29 मई की रात को एक बड़ा हादसा हो गया, जिसके बाद से दोनों लापता हैं। ट्रैवलर वाहन जिसमें वे सवार थे, 1000 फीट गहरी खाई में गिर गया और नदी में समा गया।
बता दें कि हनीमून मनाने के लिए मेघालय के शिलांग गया इंदौर का एक कपल (राजा-सोनम रघुवंशी) भी लापता हो गया था। युवक का शव मिल गया है, जबकि पत्नी अभी भी लापता है।
हादसे की पुष्टि, लेकिन सुराग नहीं
घटना उत्तर सिक्किम के मगन जिले की है। हादसे के समय वाहन में कुल 10 पर्यटक और ड्राइवर मौजूद थे। तीन यात्रियों को रेस्क्यू किया गया, जिनमें से एक की मौत हो चुकी है, दो घायल हैं और 8 पर्यटक लापता बताए जा रहे हैं। इनमें कौशलेंद्र और अंकिता भी शामिल हैं। हालांकि, अभी तक उनकी कोई निजी वस्तु जैसे कपड़े, बैग, घड़ी या चप्पल नहीं मिल सकी है।
गांव में मातम का माहौल, परिजन और ग्रामीण बेसब्र
कौशलेंद्र प्रताप सिंह प्रतापगढ़ के उदयपुर थाना क्षेत्र के राहाटीकर गांव के निवासी हैं। उनकी पत्नी अंकिता, लखनऊ के मेदांता अस्पताल में मेडिसिन विभाग में कार्यरत हैं। हादसे की खबर के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। परिजन सदमे में हैं और पूरे गांव की नजरें सरकार और प्रशासन की ओर टिकी हैं।
पिता बोले- जब तक बेटे-बहू नहीं मिलते, वापस नहीं लौटूंगा
कौशलेंद्र के पिता शेर बहादुर सिंह, जो भाजपा नेता उम्मेद सिंह के भाई हैं। बेटे-बहू की खोजबीन के लिए घर के 7 अन्य परिजनों के साथ सिक्किम पहुंच चुके हैं। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि रेस्क्यू ऑपरेशन तेज किया जाए। उनका कहना है, “अब तक जो सामान मिला है, उसमें मेरे बेटे-बहू की कोई चीज नहीं है। मैं तब तक सिक्किम नहीं छोड़ूंगा जब तक उन्हें खोज नहीं लेता।”
गांव में भाजपा नेता उम्मेद सिंह ने सरकार से जल्द रेस्क्यू कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक परिवार की नहीं, पूरे गांव की चिंता है। सरकार को हर संभव प्रयास करना चाहिए ताकि इन मासूमों को ढूंढा जा सके।
शादी की तारीख और घटना का सिलसिला
- 5 मई 2024 : शादी हुई।
- 24 मई : हनीमून के लिए सिक्किम रवाना हुए।
- 29 मई : चुंगथांग से गंगटोक लौटते समय हादसा।
- हादसे के वक्त : भारी बारिश हो रही थी, ट्रैवलर अनियंत्रित होकर नदी में गिर गया।
अंकिता के पिता ने बताई विदाई की वजह
अंकिता के पिता विजय सिंह डब्बू ने बताया कि बेटी की विदाई 23 मई को तय थी, लेकिन हनीमून का वेटिंग टिकट 22 मई को कंफर्म हो गया। इसलिए जल्दी विदाई कर दी गई। यह फैसला आज दोनों परिवारों के लिए पछतावे में बदल गया है।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, लेकिन मौसम बना बाधा
सिक्किम के मगन जिले में NDRF की टीम लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है, लेकिन भारी बारिश और भूस्खलन के कारण ऑपरेशन में रुकावट आ रही है। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि मौसम साफ होते ही खोजबीन और तेज की जाएगी।
दोनों परिवारों की दुआ-एक चमत्कार हो जाए
कौशलेंद्र अपनी मां-बाप की इकलौती संतान हैं। दोनों परिवारों के लिए यह हादसा किसी आकाशीय वज्रपात से कम नहीं है। दोनों परिवार अब चमत्कार की उम्मीद कर रहे हैं कि उनका लाल और बहू कहीं सुरक्षित मिल जाएं।