
बेंगलुरु। भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली एक नई विवाद में घिरते नजर आ रहे हैं। बेंगलुरु के कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एचएम वेंकटेश ने एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायत के बाद पुलिस विभाग ने आधिकारिक स्पष्टीकरण पत्र जारी कर बताया कि वेंकटेश की शिकायत को पहले से दर्ज FIR क्रमांक 123/2025 के तहत जांच में सम्मिलित कर लिया गया है।
सभी पहलुओं की बारीकी से जांच
पुलिस ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और सभी पहलुओं पर बारीकी से गौर किया जा रहा है। हालांकि, विराट कोहली के खिलाफ दर्ज शिकायत में लगाए गए विशिष्ट आरोपों का खुलासा अभी तक नहीं हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, इससे जुड़ी और जानकारी सामने लाई जाएगी।
पुलिस द्वारा जारी पत्र में उल्लेख है- आपके द्वारा प्रस्तुत की गई शिकायत प्राप्त हो गई है। आपकी शिकायत में घटना के संबंध में पहले ही अपराध संख्या 123/2025 के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच चल रही है। अतः आपकी शिकायत भी इसी प्रक्रिया में शामिल कर ली गई है। फिलहाल विराट कोहली के खिलाफ शिकायत में किस प्रकार के आरोप लगाए गए हैं, इसका स्पष्ट विवरण सामने नहीं आया है।
RCB, आयोजकों और KSCA के खिलाफ तीसरी FIR दर्ज
इसी केस से जुड़े एक अन्य घटनाक्रम में, एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में 4 जून को आरसीबी की विजय परेड के दौरान मची भगदड़ को लेकर एक कॉलेज छात्र सी. वेणु की शिकायत पर तीसरी FIR दर्ज की गई है। शिकायत में वेणु ने बताया कि गेट नंबर 6 पर भीड़ का दबाव बढ़ने से बैरिकेड गिर गया, जिससे उनके पैर में गंभीर चोट आई। उन्होंने RCB, आयोजनकर्ता DNA नेटवर्क्स और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) को भीड़ नियंत्रण में विफल बताया।
शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी फैलाई गई थी कि बिना टिकट वाले भी इस आयोजन में प्रवेश पा सकते हैं, जिससे हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और भगदड़ मच गई।
11 मौतों के बाद बढ़ा दबाव, पुलिसकर्मी सस्पेंड
4 जून को मची भगदड़ में अब तक 11 लोगों की मौत और दर्जनों लोग घायल हो चुके हैं। पुलिस ने पहले ही RCB, डीएनए और KSCA समेत अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया हुआ है। इस मामले में DNA नेटवर्क्स के तीन कर्मचारियों-किरण, सुमंथ और सुनील मैथ्यू को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। शेषाद्रिपुरम एसीपी प्रकाश मामले की जांच की निगरानी कर रहे हैं।
CM सिद्धारमैया ने लिए सख्त कदम
इस मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पुलिस को जिम्मेदार ठहराया था, जिसके बाद पुलिस कमिश्नर समेत कई अफसरों को निलंबित कर दिया गया। इसके बाद आईपीएस अधिकारी सीमांत कुमार सिंह को बेंगलुरु का नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया। इस पूरे घटनाक्रम पर पूरे देश की नजरें टिकी हुई हैं, और आगे की जांच में क्या खुलासे होते हैं, इस पर सबकी निगाहें हैं।
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