
गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) भोपाल में गुरुवार से टेलीमेडिसिन सेवा की शुरुआत हो गई है। इस नई सुविधा से अब ग्रामीण इलाकों के मरीजों को इलाज के लिए शहर नहीं आना पड़ेगा। वे अपने नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) पर जाकर जीएमसी के विशेषज्ञ डॉक्टरों से वीडियो कॉल के माध्यम से सलाह ले सकेंगे।
गायनोकोलॉजी, पीडियाट्रिक और मेडिसिन से होगी शुरुआत
शुरुआती चरण में यह सुविधा तीन विभागों—गायनोकोलॉजी, पीडियाट्रिक (बाल रोग) और मेडिसिन—के मरीजों के लिए उपलब्ध होगी। डॉक्टर हर दिन दोपहर 12 से 1 बजे तक ऑनलाइन रहेंगे और इस दौरान मरीजों से वीडियो पर बातचीत करेंगे।
तीन PHC को जोड़ा, तुरंत मिलेगी दवा की पर्ची
जीएमसी से पहले चरण में तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को जोड़ा गया है। मरीज की जांच रिपोर्ट स्कैन कर भोपाल भेजी जाएगी और डॉक्टर वीडियो कॉल पर सलाह देंगे। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर एक क्लिक में दवा की पर्ची बना सकेंगे, जो उसी समय PHC पर प्रिंट होकर मिल जाएगी। मरीजों को वहीं से दवाएं भी उपलब्ध करा दी जाएंगी।
गंभीर मरीजों को किया जाएगा रेफर
यदि किसी मरीज की स्थिति गंभीर पाई जाती है, तो उसे तुरंत उच्च इलाज के लिए रेफर कर दिया जाएगा, ताकि सही समय पर उचित इलाज मिल सके।
डॉक्टरों को हर सलाह पर ₹50 मानदेय
इस सेवा में भागीदारी के लिए डॉक्टरों को हर कंसल्टेशन पर ₹50 मानदेय मिलेगा। यह राशि उनकी सक्रियता सुनिश्चित करने और सेवा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए दी जाएगी।
हमीदिया अस्पताल में उद्घाटन
गुरुवार को इस टेलीमेडिसिन सेवा का औपचारिक शुभारंभ हमीदिया अस्पताल के ब्लॉक नंबर 02 की चौथी मंजिल पर किया गया।
टेलीमेडिसिन सेवा गांवों में रहने वाले मरीजों के लिए एक बड़ी राहत बनकर आई है। इससे समय, पैसा और मेहनत तीनों की बचत होगी और उन्हें बेहतर इलाज घर बैठे मिल सकेगा।