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राहुल गांधी का भोपाल दौरा : पार्टी के पुनर्गठन की शुरुआत, चार अहम बैठकों में गहराई से होगा मंथन; जिलों की ऑब्जर्वर्स टीम को देंगे टास्क

भोपाल। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 3 जून को भोपाल के एक दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वे कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय (पीसीसी) में पार्टी की आंतरिक रणनीति और संगठनात्मक मजबूती को लेकर चार अहम बैठकें करेंगे। इस दौरे का उद्देश्य ‘संगठन सृजन अभियान’ को गति देना और मध्य प्रदेश में कांग्रेस को फिर से मजबूती से खड़ा करना है। राहुल गांधी  पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से लेकर ब्लॉक और जिला स्तर के पदाधिकारियों तक से सीधे संवाद कर आगामी रणनीतियों पर गहराई से चर्चा करेंगे।

तीन दिन पहले पीएम मोदी आए थे भोपाल

राहुल गांधी का यह दौरा इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि ठीक तीन दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल के जंबूरी मैदान में महिला महासम्मेलन को संबोधित किया था। ऐसे में राहुल का यह संगठनात्मक दौरा कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भरने और पार्टी के भीतर अनुशासन स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

पीसीसी में मीडिया को एंट्री नहीं

राहुल गांधी के इस दौरे को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। एयरपोर्ट से लेकर कांग्रेस मुख्यालय और रवीन्द्र भवन तक पुलिस के 500 जवानों को तैनात किया गया है। सीआरपीएफ की विशेष टीमें भी निगरानी में लगाई गईं हैं। वहीं पीसीसी में आयोजित बैठकों के दौरान मीडिया की पूरी तरह एंट्री प्रतिबंधित रहेगी। मीडिया को बैठक की जानकारी पार्टी नेताओं की ब्रीफिंग के जरिए देंगे।

राहुल गांधी का शेड्यूल

राहुल गांधी सुबह 10:20 बजे भोपाल एयरपोर्ट पहुंचेंगे और वहां से सीधे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचेंगे। यहां उनका दिनभर का शेड्यूल इस प्रकार रहेगा:

  • 11:00 से 12:00 बजे – राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) की बैठक
  • 12:00 से 12:30 बजे – विधायकों और सांसदों के साथ बैठक
  • 12:30 से 1:30 बजे – पर्यवेक्षकों और पीसीसी प्रभारियों के साथ बैठक
  • 2:30 से 4:00 बजे – रवीन्द्र भवन में जिलाध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्षों और AICC डेलीगेट्स का अधिवेशन
  • 4:20 बजे – भोपाल से रवाना

PAC बैठक में गुटबाजी पर खुलकर चर्चा

प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सबसे पहले PAC (Political Affairs Committee) की बैठक होगी। जिसमें प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, जीतू पटवारी, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, उमंग सिंघार समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। बैठक में मध्य प्रदेश कांग्रेस में व्याप्त गुटबाजी, हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन और आगामी संगठनात्मक ढांचे को लेकर विस्तार से चर्चा की जाएगी। खास बात यह है कि इस बैठक में सांसद नकुल नाथ अनुपस्थित रहेंगे, जिससे उनके भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गईं हैं।

विधायकों से राहुल लेंगे फीडबैक

दूसरी बैठक में राहुल गांधी पार्टी के विधायकों और सांसदों से सीधा संवाद करेंगे। वे विधायकों से उनके क्षेत्रों की जमीनी स्थिति और संगठन को लेकर फीडबैक लेंगे। कांग्रेस के पास फिलहाल 65 विधायक हैं, लेकिन बीना से विधायक निर्मला सप्रे को इस बैठक से अलग रखा गया क्योंकि उन्होंने हाल ही में भाजपा से जुड़ने का प्रयास किया था, हालांकि बाद में कदम पीछे खींच लिए थे।

226 पर्यवेक्षकों से रणनीति पर चर्चा

तीसरी बैठक में राहुल गांधी ‘संगठन सृजन अभियान’ के तहत नियुक्त 226 पर्यवेक्षकों से मुलाकात करेंगे। इनमें AICC द्वारा नियुक्त 61 ऑब्जर्वर और प्रत्येक जिले के लिए पीसीसी द्वारा नियुक्त 4-4 पर्यवेक्षक शामिल हैं। इस दौरान अभियान की प्रगति, जमीनी चुनौतियां और रिपोर्टिंग तंत्र को लेकर गहन मंथन होगा।

दोपहर बाद रवीन्द्र भवन में आयोजित पार्टी सम्मेलन में राहुल गांधी जिलाध्यक्षों, ब्लॉक अध्यक्षों और AICC डेलीगेट्स को संबोधित करेंगे। वे कार्यकर्ताओं से आंतरिक एकता बनाए रखने, विचारधारा पर टिके रहने और आगामी 2028 विधानसभा चुनाव की तैयारी अभी से शुरू करने की अपील करेंगे।

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