
नई दिल्ली। देश में एक बार फिर कोरोना वायरस का खतरा मंडराने लगा है। पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के मामलों में तेज उछाल देखा गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक सोमवार तक देश में कुल एक्टिव केस 3976 तक पहुंच गए हैं, जो कि बीते 10 दिनों में 15 गुना बढ़ोतरी है।
केरल इस समय सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है, जहां 1435 एक्टिव केस हैं। इसके बाद महाराष्ट्र (506), दिल्ली (436), गुजरात (320), पश्चिम बंगाल (287), कर्नाटक (238) और तमिलनाडु (199) जैसे राज्यों में भी मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
10 दिन में 15 गुना बढ़े केस
22 मई को भारत में एक्टिव केस सिर्फ 257 थे, लेकिन 26 मई तक यह संख्या बढ़कर 1010 हो गई और फिर दो दिन में तीन गुना से ज्यादा बढ़कर 3395 पर पहुंच गई। अब 2 जून तक यह आंकड़ा 3976 हो गया है, जो इस बात का संकेत है कि कोरोना का संक्रमण एक बार फिर तेजी से फैल रहा है।
कोरोना से अब तक 34 मौतें
बीते 24 घंटे में 6 मौतें हुई हैं। अब तक देश में कोरोना से 34 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें दिल्ली, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और गुजरात जैसे राज्यों से मौत के मामले सामने आए हैं। सोमवार को अहमदाबाद में 18 साल की गर्भवती लड़की और 47 साल की महिला की कोरोना से जान गई। राज्य सरकारें फिर से सतर्क हो गई हैं और पब्लिक एडवाइजरी जारी की गई है।
कर्नाटक सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग रखें और खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत जांच कराएं।
मिजोरम में 7 महीने बाद फिर कोरोना की एंट्री
मिजोरम में 7 महीने बाद कोविड के 2 नए केस सामने आए हैं। यह राज्य पिछले अक्टूबर से कोविड मुक्त था, लेकिन अब फिर से संक्रमण की पुष्टि हुई है। संक्रमित मरीजों का इलाज जोरम मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है।
4 नए वैरिएंट्स की पहचान
ICMR (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) के मुताबिक देश में कोविड-19 के 4 नए वैरिएंट्स की पहचान हुई है-
- LF.7
- XFG
- JN.1
- NB.1.8.1
विशेषज्ञों के अनुसार, इन वैरिएंट्स के लक्षण अब तक हल्के रहे हैं, लेकिन NB.1.8.1 में ऐसे म्यूटेशन पाए गए हैं जो तेजी से फैलते हैं और पूर्व की इम्युनिटी को चकमा दे सकते हैं। भारत में फिलहाल JN.1 सबसे सामान्य वैरिएंट बना हुआ है।
महाराष्ट्र और यूपी में भी स्थिति चिंताजनक
महाराष्ट्र में रविवार को 65 नए केस मिले हैं। इनमें से मुंबई, पुणे और ठाणे जैसे इलाकों से सबसे ज्यादा मामले आए हैं। राज्य में कुल 506 एक्टिव केस हैं।
उत्तर प्रदेश में नोएडा सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां 57 एक्टिव केस हैं। यहां सभी संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में हैं। सरकार ने सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल की तैयारी शुरू कर दी है।
स्वास्थ्य विभाग बोला- सतर्क रहें
स्वास्थ्य विभाग और ICMR ने लोगों से घबराने के बजाय सतर्क रहने की सलाह दी है।
- मास्क पहनें
- भीड़भाड़ से बचें
- हाथ धोते रहें और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें
- लक्षण दिखें तो तुरंत टेस्ट कराएं
WHO ने भी इन नए वैरिएंट्स को “चिंताजनक” श्रेणी में नहीं रखा है, लेकिन उन्हें निगरानी के योग्य जरूर बताया है।
JN.1 वैरिएंट बना मुख्य कारण
स्वास्थ्य विभाग और INSACOG के अनुसार भारत में अभी सबसे अधिक मामले JN.1 वैरिएंट के हैं, जो ओमिक्रॉन के BA.2.86 स्ट्रेन का हिस्सा है।
इसके अलावा दो नए वैरिएंट्स- NB.1.8.1 (A435S, V445H, T478I जैसे म्यूटेशन के साथ), LF.7 (गुजरात में 4 केस) भी सामने आए हैं।
हालांकि, WHO ने इन वैरिएंट्स को चिंताजनक नहीं माना, लेकिन इन्हें निगरानी में रखे गए वैरिएंट की श्रेणी में रखा गया है।
क्या है JN.1 वैरिएंट और इसके लक्षण?
JN.1 वैरिएंट, ओमिक्रॉन का BA.2.86 स्ट्रेन है जिसे ‘पिरोला’ भी कहा जाता है। इसमें लगभग 30 म्यूटेशन होते हैं जो इम्यूनिटी को कमजोर करते हैं।
संभावित लक्षण:
- बुखार, सिरदर्द
- आंखों में जलन
- सूखी खांसी
- स्वाद या गंध का चले जाना
- गले में खराश, नाक बंद होना
- थकान, मांसपेशियों में दर्द
- दस्त या उल्टी
यह वैरिएंट गंभीर तो नहीं है, लेकिन तेजी से फैलता है।
इन वैरिएंट्स पर कौन सी वैक्सीन असरदार हैं?
विशेषज्ञों के अनुसार, निम्नलिखित वैक्सीन इन वैरिएंट्स पर असरदार हो सकती हैं:
- फाइजर-बायोएनटेक mRNA वैक्सीन
- मॉडर्ना mRNA वैक्सीन
- नोवावैक्स प्रोटीन वैक्सीन
- कोवोवैक्स (XBB.1.5) प्रोटीन सबयूनिट वैक्सीन