
मुरादाबाद/नई दिल्ली। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में अहम भूमिका निभाने वाली वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव की जातिसूचक टिप्पणी ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। मुरादाबाद के बिलारी में आयोजित एक जनसभा में यादव ने व्योमिका सिंह के साथ-साथ अन्य सैन्य अधिकारियों की जातियां सार्वजनिक रूप से बताईं और विवादास्पद शब्दों का उपयोग किया।
रामगोपाल यादव ने कहा, “व्योमिका सिंह हरियाणा की जाटव हैं…, लेकिन भाजपा ने उन्हें राजपूत समझ लिया, इसीलिए कोई टिप्पणी नहीं की।” साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” में शामिल तीन प्रमुख अधिकारी एक मुस्लिम, एक जाटव और एक यादव PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) वर्ग से हैं। भाजपा को इस पर श्रेय लेने का कोई अधिकार नहीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तीखी प्रतिक्रिया
रामगोपाल के बयान पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बयान को सेना के शौर्य और राष्ट्रभक्ति का अपमान बताया। उन्होंने कहा, सेना की वर्दी ‘जातिवादी चश्मे’ से नहीं देखी जाती है। भारतीय सेना का प्रत्येक सैनिक ‘राष्ट्रधर्म’ निभाता है, न कि किसी जाति या मजहब का प्रतिनिधि होता है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव का एक वीरांगना बेटी को जाति की परिधि में बांधना न केवल उनकी पार्टी की संकुचित सोच का प्रदर्शन है, बल्कि सेना के शौर्य और देश की अस्मिता का भी घोर अपमान है। यह वही मानसिकता है, जो तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति में राष्ट्रभक्ति तक को बांटने का दुस्साहस करती है। इस विकृत जातिवादी सोच को जनता फिर जवाब देगी।
विजय शाह ने कर्नल सोफिया पर किया था कमेंट
इससे पहले मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर भी विवाद हुआ था। सुप्रीम कोर्ट ने मंत्री को फटकार लगाते हुए कहा था कि “संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए।”