
भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ते तनावपूर्ण माहौल के बीच ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने एक बड़ा कदम उठाते हुए तुर्की और अजरबैजान का फिल्मी स्तर पर पूर्ण बहिष्कार करने की घोषणा की है। संगठन ने इन दोनों देशों के भारत विरोधी रवैये को आधार बनाते हुए यह फैसला लिया है। AICWA ने इसे राष्ट्रीय एकजुटता का प्रतीक बताया है।
तुर्की और अजरबैजान के खिलाफ AICWA का सख्त रुख
AICWA का कहना है कि तुर्की और अजरबैजान ने पाकिस्तान के साथ खड़े होकर भारत के खिलाफ बयानबाजी की है। ऐसे में अब भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को इन देशों से हर तरह का संबंध समाप्त कर देना चाहिए। संगठन ने यह स्पष्ट किया है कि अब इन देशों से जुड़ी किसी भी फिल्म, इवेंट या शूटिंग में भाग नहीं लिया जाएगा।
सरकार से वीजा रद्द करने की मांग
AICWA ने विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर को संबोधित करते हुए मांग की है कि तुर्की और अजरबैजान के सभी कलाकारों, फिल्मकारों और फाइनेंसरों के वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द किए जाएं। इसके साथ ही भविष्य में भी उन्हें भारत में किसी भी फिल्म परियोजना के लिए वीजा न दिए जाने की अपील की गई है।
सभी फिल्म इंडस्ट्री को भी दी चेतावनी
संगठन ने देश की सभी फिल्म इंडस्ट्रीज चाहे वह हिंदी सिनेमा हो या क्षेत्रीय, से अपील की है कि वे तुर्की और अजरबैजान में शूटिंग न करें और न ही उन देशों से किसी प्रकार की साझेदारी करें। AICWA ने चेतावनी दी है कि जो कोई भी इस बहिष्कार का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
AICWA ने कहा है कि यदि कोई कलाकार या निर्माता इस फैसले की अनदेखी करता है, तो इंडस्ट्री में उसका बहिष्कार किया जाएगा। उसे न केवल आलोचना का सामना करना पड़ेगा बल्कि उसे फिल्मों और कार्यक्रमों से भी बाहर किया जा सकता है।
जनता से बॉयकॉट की अपील
AICWA ने भारतीय जनता से भी इस कदम को समर्थन देने की अपील की है। संगठन ने लोगों से कहा है कि वे उन कलाकारों की फिल्में, गाने या टीवी शो न देखें, जो तुर्की या अजरबैजान से किसी भी प्रकार का सहयोग करते हैं।
तुर्की में पहले हो चुकी हैं बड़ी फिल्मों की शूटिंग
गौरतलब है कि तुर्की में ‘एक था टाइगर’, ‘रेस 2’, ‘दिल धड़कने दो’, ‘पठान’ और ‘लाल सिंह चड्ढा’ जैसी कई बड़ी बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। लेकिन वर्तमान हालात को देखते हुए AICWA अब भविष्य में ऐसा कोई भी सहयोग नहीं चाहता।
पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत के हालिया हमलों की निंदा करने के चलते तुर्की और अजरबैजान के प्रति भारतीय जनता में नाराजगी है। दोनों देशों के खुले तौर पर पाकिस्तान का समर्थन करने के बाद इनका बहिष्कार करने की मांग सोशल मीडिया और विभिन्न मंचों पर तेज हो गई है।