
जोधपुर। ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश में उभरे राष्ट्रवादी माहौल व पहलगाम आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में केंद्र सरकार और राज्य प्रशासन ने अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सीकर जिले से गिरफ्तार किए गए 148 अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को बुधवार को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच जोधपुर लाया गया, जहां से इन्हें एयरफोर्स स्टेशन के जरिए पश्चिम बंगाल रवाना किया गया। इन सभी को अब सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जरिए बांग्लादेश वापस भेजने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
राज्यव्यापी स्तर पर अभियान, पहली खेप भेजी
राजस्थान पुलिस ने हाल ही में राज्यव्यापी विशेष अभियान चलाया, जिसके तहत अब तक 1008 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया जा चुका है।
- अकेले जयपुर रेंज में 761 घुसपैठिए पकड़े गए।
- सीकर जिले में 394 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की गई।
- इनमें से दस्तावेजों की पुष्टि के बाद 148 को पहली खेप में जोधपुर भेजा गया।
6 डिटेंशन सेंटरों में रखे गए घुसपैठिए
राज्य सरकार ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ विशेष अभियान के तहत 6 डिटेंशन सेंटर स्थापित किए हैं। इसमें अलवर (स्थाई सेंटर), उदयपुर का झाड़ोल, नागौर के मेड़ता, बहरोड़ में 1-1 और जयपुर में 2 सेंटर बनाए गए हैं। इन सभी में फिलहाल 1008 अवैध नागरिकों को डिटेन कर रखा गया है।
बांग्लादेश सरकार को भी दी गई जानकारी
अभियान के तहत बीएसएफ और राजस्थान पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में बांग्लादेश सरकार को भी इन नागरिकों की सूचना दी गई है। ताकि निर्वासन की प्रक्रिया सुचारु रूप से पूरी की जा सके। यह केवल राजस्थान तक सीमित नहीं है। केंद्र सरकार ने देशव्यापी स्तर पर अवैध बांग्लादेशियों की पहचान और निर्वासन के लिए विशेष अभियान शुरू किया है।
सीएम भजनलाल शर्मा ने दिए थे निर्देश
30 अप्रैल को राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में निर्देश दिए थे कि राज्य की सुरक्षा और सामाजिक समरसता को प्रभावित करने वाले अवैध घुसपैठियों के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जाए। उसी के तहत पूरे प्रदेश में यह व्यापक कार्रवाई की जा रही है।