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भारत का कड़ा रुख : विदेश मंत्रालय बोला- सिर्फ PoK पर ही होगी बात, तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं

रणधीर जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी जानकारी, कहा- पाकिस्तान को खाली करना होगा अवैध कब्जा

नई दिल्ली। भारत ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि जम्मू-कश्मीर से जुड़ा कोई भी मुद्दा केवल भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय स्तर पर ही सुलझाया जाएगा, और इसमें किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं होगी। मंगलवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पाकिस्तान को अवैध रूप से कब्जा किए गए कश्मीर (PoK) को खाली करना ही होगा। उन्होंने दोहराया कि भारत की यह नीति पुरानी और स्थायी है, इसमें कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।

पिछले 7 दिन में सेना और विदेश मंत्रालय की कई प्रेस कॉन्फ्रेंस

विदेश मंत्रालय ने 7 से 13 मई तक लगातार सात प्रेस कॉन्फ्रेंस कीं, जिसमें भारत के सैन्य अभियान ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति, उपलब्धियों और पाकिस्तान के आरोपों पर जवाब दिए गए।

  • 7 मई: पहली ब्रीफिंग में ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की जानकारी दी गई।
  • 8 मई: रणनीति और प्रोसेस पर विस्तार से चर्चा हुई।
  • 9 मई: पाकिस्तान के झूठे आरोपों को खारिज कर ऑपरेशन की सफलता बताई गई।
  • 10 मई: सीजफायर उल्लंघन और जवाबी हमले पर फ्री हैंड मिलने की पुष्टि हुई।
  • 13 मई: रणधीर जायसवाल ने PoK और आतंकवाद पर भारत की स्थिति को साफ किया।

हर जंग हारने के बाद पाकिस्तान ढोल बजाता है : विदेश मंत्रालय

प्रवक्ता जायसवाल ने प्रेस को बताया, “हमने सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। पाकिस्तान ने आम लोगों पर हमला किया।” उन्होंने यह भी कहा कि 9 मई की रात पाकिस्तान का हमला नाकाम कर दिया गया था, भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में कई महत्वपूर्ण पाकिस्तानी एयरबेस तबाह कर दिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास अब DGMO लेवल की बातचीत के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा और उसने खुद बातचीत की पहल की। “हर बार की तरह, पाकिस्तान फिर अपनी हार को छिपाने के लिए शोर मचा रहा है।”

कश्मीर पर कोई तीसरा पक्ष स्वीकार्य नहीं

भारत ने साफ कर दिया है कि कश्मीर का मसला द्विपक्षीय है, इसमें किसी तीसरे देश या संगठन की कोई भूमिका नहीं हो सकती। विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि TRF (The Resistance Front) को संयुक्त राष्ट्र में आतंकी संगठन के रूप में सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया चल रही है। “TRF लश्कर-ए-तैयबा का ही फ्रंट है, जिसने हमलों की जिम्मेदारी ली थी,” प्रवक्ता ने कहा।

विदेश मंत्रालय की चेतावनी

भारत और पाकिस्तान के DGMO (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स) के बीच बातचीत हो चुकी है। भारत ने दो टूक कहा है कि अगर पाकिस्तान हमला करेगा, तो भारत भी हमला करेगा। लेकिन अगर वो शांत रहता है, तो भारत भी शांति बनाए रखेगा।

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