
भोपाल। राजधानी भोपाल में सामने आए हाई प्रोफाइल रेप और ब्लैकमेलिंग के मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि उन्होंने शहर से दूर गांवों में भी अय्याशी के अड्डे बना रखे थे। हथाईखेड़ा के क्लब 90 के अलावा सीहोर जिले के बिलकिसगंज गांव में किराए पर लिए गए कमरे में भी पीड़िताओं के साथ ज्यादती की जाती थी। पूछताछ के दौरान आरोपी फरहान ने कबूला कि उसने बिलकिसगंज वाले कमरे में भी एक युवती से रेप किया था।
फरहान ने पुलिस की पिस्टल छीन भागने की कोशिश की
पुलिस जब आरोपी फरहान को साक्ष्य जुटाने के लिए बिलकिसगंज ले जा रही थी, तब रास्ते में उसने एक सब-इंस्पेक्टर की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। इसी दौरान गोली चल गई, जो खुद फरहान को ही लग गई। घायल फरहान को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
बिलकिसगंज में अबरार ने काटी थी फरारी
फरहान ने पुलिस को बताया कि जब पश्चिम बंगाल के एक हॉस्टल में भोपाल पुलिस की दबिश पड़ी थी, तब आरोपी अबरार वहां से भागकर बिलकिसगंज के इसी कमरे में आ छिपा था। फरहान ने यह भी बताया कि ज्यादातर किराए के कमरे अबरार ने ही लिए थे, जिनका उपयोग लड़कियों को फंसाने और ब्लैकमेल करने के लिए किया जाता था।
कॉलेजों के पास बना रखे थे अय्याशी के अड्डे
आरोपियों ने रणनीतिक रूप से इंजीनियरिंग कॉलेजों के पास अपने ठिकाने बनाए हुए थे। रायसेन रोड और रातीबढ़ थाना क्षेत्र के आसपास के गांवों जैसे सिकंदराबाद और बिलकिसगंज में आरोपियों का नेटवर्क फैला हुआ था। ये लोग छात्राओं को प्राइवेसी और क्वालिटी टाइम देने के बहाने इन जगहों पर बुलाते थे और फिर उनका शोषण करते थे।
क्लब 90 भी बना था अपराध का अड्डा
हथाईखेड़ा स्थित क्लब 90 में भी आरोपियों ने अय्याशी का अड्डा बना रखा था। पुलिस को शक है कि इस क्लब में कई बार पीड़िताओं के साथ ज्यादती की गई। यहां भी पीड़िताओं को ब्लैकमेल कर बुलाया जाता था। पुलिस अब क्लब की जांच कर रही है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम पहुंची भोपाल
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया है। झारखंड की पूर्व डीजी निर्मला कौर के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम भोपाल पहुंच चुकी है। टीम ने स्थानीय प्रशासन से बातचीत शुरू कर दी है और आज से मामले की गहराई से जांच की जाएगी।
ये भी पढ़ें- पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत ने किया वाटर स्ट्राइक, बगलिहार डैम से रोका गया चिनाब नदी का पानी