
कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी पिछले कुछ दिनों से विवादों से घिरी हुई है। अब ब्रिटिश संसद में भी इस फिल्म के मुद्दे को उठाया गया है। ब्रिटिश सांसद बॉब ब्लैकमैन ने खालिस्तान समर्थकों की हरकत पर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इसे ब्रिटेन के लोगों के अधिकारों का उल्लंघन बताते हुए उन्हें गुंडा और आतंकवादी करार दिया। सदन के उपसभापति ने भी इस पर चिंता व्यक्त की। दरअसल, पिछले रविवार को फिल्म इमरजेंसी की स्क्रीनिंग के दौरान कुछ खालिस्तानी समर्थकों ने थिएटर में घुस कर भारत के खिलाफ नारेबाजी की थी।
30-40 मिनट बाद ही रोक दी गई स्क्रीनिंग
बॉब ब्लैकमैन ने कहा कि ‘मैं और मेरे कुछ साथी रविवार को हैरो व्यू सिनेमा में फिल्म इमरजेंसी देखने गए थे। फिल्म शुरू होने के 30-40 मिनट बाद, मास्क पहने खालिस्तानी प्रदर्शनकारी अंदर घुस आए और दर्शकों व सुरक्षा बलों को धमकाकर फिल्म की स्क्रीनिंग रुकवाने की कोशिश की। ऐसी घटनाएं वॉल्वरहैम्प्टन, बर्मिंघम, स्लो, स्टेन, और मैनचेस्टर में भी हुई, जिसके चलते सिनेमाघरों ने फिल्म की स्क्रीनिंग रोक दी गई।’
मैं फिल्म को लेकर कोई कमेंट नहीं करूंगा- ब्लैकमैन
आगे ब्लैकमैन ने कहा कि ‘फिल्म इमरजेंसी विवादास्पद हो सकती है। मैं इसकी गुणवत्ता या कंटेंट पर टिप्पणी नहीं करूंगा। हालांकि, मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र और अन्य लोगों के अधिकारों की वकालत की, ताकि मैं फिल्म देखकर खुद राय बना सकूं। फिल्म इंदिरा गांधी के कार्यकाल पर आधारित है और कुछ लोग इसे एंटी-सिख मान रहे हैं।’ बावजूद इसके, उन्होंने कहा कि लोगों को ठगों के डर से अपने लोकतांत्रिक अधिकार खोने नहीं चाहिए।
फिल्म देखने के इच्छुक लोगों की सुरक्षा जरूरी
बॉब ब्लैकमैन ने कहा कि ‘अगले सप्ताह तक इस फिल्म को देखने के इच्छुक लोगों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए।’ उन्होंने सिनेमाघरों के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकार का समर्थन किया, लेकिन अंदर आकर धमकाने की घटना को पूरी तरह गलत बताया।