
अंबेडकरनगर। उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर में जिंदा महिला को सरकारी फाइलों में मृत घोषित कर दिया गया है। बुजुर्ग महिला अब खुद के जिंदा होने का सबूत पेश करने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही है। कलेक्टर के दफ्तर में पहुंची केवला देवी ने बताया कि, उसे सरकारी दस्तावेजों में मृत घोषित करके पेंशन बंद कर दी गई है। यह बात जानने के बाद डीएम अविनाश सिंह ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए।
डीएम ने दो अधिकारियों को किया सस्पेंड
डीएम अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि, ग्राम पंचायत अधिकारी और सहायक विकास अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। अधिकारियों के खिलाफ निलंबन का पत्र भेज दिया गया है। वृद्ध महिला की पेंशन बहाली करने के लिए पत्र भेज दिया गया है। जिला समाज कल्याण अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
12 सितंबर को डीएम जनता में बैठे थे। तभी कटेहरी विकास खंड के ग्राम पतौना निवासी केवला देवी वहां पहुंची और डीएम अविनाश सिंह से शिकायत की। महिला ने बताया कि, उनके पति जोखूराम की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। बुजुर्ग महिला ने जब वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवेदन किया तो उसे कागज पर मृत घोषित कर दिया गया। इस संबंध में उन्होंने डीएम अविनाश सिंह से शिकायत की और बताया कि कागजों में उसे मार दिया गया है।
फाइलों में केवला देवी को मृत घोषित कर दिया गया और उनकी पेंशन भी बंद कर दी गई। केवला देवी एक साल से ज्यादा समय से खुद को जिंदा साबित करने की कोशिश कर रही हैं। जब केवल देवी ने डीएम से शिकायत की तो डीएम अविनाश सिंह ने तुरंत इस पर कार्रवाई करने का फैसला किया। उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया और उन्हें तुरंत मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा।
डीएम ने कहा- हमारी प्राथमिकता…
समाज कल्याण अधिकारी ने कुछ ही समय में अपनी रिपोर्ट डीएम को भेज दी। जांच रिपोर्ट के मुताबिक, 2022-23 में तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी ने अपनी सत्यापन रिपोर्ट में केवला देवी को मृत घोषित कर दिया था, जिसके चलते उनकी पेंशन बंद कर दी गई थी। डीएम के निर्देश पर वृद्ध महिला की पेंशन बहाली करने के लिए पत्र भेज दिया गया है।
सत्यापन रिपोर्ट में लापरवाही बरतने और जीवित महिला को मृत घोषित करने पर डीएम ने तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी सरिता शुक्ला के खिलाफ तत्काल निलंबन की कार्रवाई करने और सहायक विकास अधिकारी को निलंबित करने के लिए पत्र लिखने का निर्देश दिया है। डीएम अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि इस तरह की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ग्राम पंचायत अधिकारी व सहायक विकास अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। डीएम ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि सभी को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले।
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