
भोपाल। सरकारी संपत्ति पर कब्जा कर उसे किस तरह बर्बाद किया जाता है, यह देखना तो आईएसबीटी चले जाइए। यहां भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड (बीसीएलएल) ने बस स्टैंड पर यात्रियों के बैठने के लिए लगाई गईं कुर्सियों पर कब्जा कर लिया है। इन कुर्सियों को बीसीएलएल ने अपने टिकट काउंटर के सामने रखवा दिया। यात्री यहां-वहां बैठने को मजबूर हैं।
दरअसल, 2022 में अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म ‘धाकड़’ के कुछ सीन आईएसबीटी में फिल्माए गए थे। शूटिंग के दौरान बस स्टैंड की शक्लो सूरत बदली गई थी। इसके लिए प्लेटफॉर्म पर यात्रियों के बैठने के लिए लगाई गईं कुर्सियों को भी हटा दिया गया था। उस दौरान कहा गया था कि फिल्म की शूटिंग के बाद इन कुर्सियों को अपनी जगह लगा दिया जाएगा। हालांकि शूटिंग के बाद इन कुर्सियों को बीसीएलएल ने अपने पास ही रख लिया।
दिखते हैं कुर्सियों के निशान
मामले में बीसीएलएल के अधिकारी इस बात को सिरे से नकार देते हैं। हालांकि प्लेटफॉर्म पर इन कुर्सियों के निशान बाकी हैं। यहां कुर्सियों को उखाड़ने के बाद उनके नट-बोल्ट के निशान साफ दिखाई देते हैं। वहीं हटाई गईं कुर्सियां बीसीएलएल के बुकिंग काउंटर के बाहर रखी हुई हैं। इन कुर्सियों पर सिर्फ बीसीएलएल की बसों में जाने वाले यात्री ही बैठ सकते हैं।
बस स्टैंड पर टूटी पड़ीं कुर्सियां
इधर, बस स्टैंड के दूसरे हिस्सों में भी यात्रियों के बैठने के लिए कुर्सियों का इंतजाम किया गया था। इनमें से 90 फीसदी कुर्सियां टूटी पड़ी हैं। मजबूरी में यात्रियों को सीढ़ियों या अन्य जगह बैठना पड़ता है। प्रतिक्षालय में सिर्फ यात्रियों को ही प्रवेश दिया जाता है। साथ आए रिश्तदारों को प्रतीक्षालय में बैठने की अनुमति नहीं है। यात्री मजबूरी में बाहर ही खड़े रहते हैं।
आईएसबीटी पर जहां-जहां जरूरत होती हैं, वहां पर कुर्सियां लगवा दी जाती हैं। प्रतीक्षालय मौजूद है, जहां यात्री टिकट दिखाकर बैठ सकते हैं। यहां-वहां बैठने से लोगों को ही परेशानी का सामना करना पड़ेगा। -संजय सोनी, पीआरओ, बीसीएएलएल