
दिल्ली। चुनावी नतीजों से एक दिन पहले आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल का आरोप है कि बीजेपी ने 15 करोड़ में आम आदमी पार्टी के विधायकों को खरीदने की कोशिश की है। बीजेपी ने केजरीवाल के आरोपों की जांच करने के लिए उपराज्यपाल को पत्र लिखा हैं। जिसके बाद एसीबी की टीम ने एक्शन लिया और अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची। भाजपा पर लगाए गए आरोपों के लिए उनको नोटिस दे दिया गया है।
आप का दावा- हमारे उम्मीदवार खरीदने की कोशिश की
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों के ऐलान से एक दिन पहले ही भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच सियासी बवाल मच गया है। अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह समेत कई लोगों ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के सात विधायकों को बीजेपी ने 15 करोड़ रुपए रिश्वत के रूप में ऑफर किए हैं, ताकि ये आप को छोड़ कर बीजेपी में शामिल हो जाएं। इस मुद्दे को लेकर दिल्ली के बीजेपी जनरल सेक्रेटरी विष्णु मित्तल ने उपराज्यपाल को पत्र लिखा।
हमारा एक भी आदमी नहीं टूटेगा- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘कुछ एजेंसीज दिखा रही हैं कि गाली गलौज पार्टी की 55 से ज्यादा सीट आ रही हैं। वहीं पिछले कुछ घंटों में हमारे 16 उम्मीदवारों के पास फोन आया है कि आप लोग आम आदमी पार्टी छोड़ के उनकी पार्टी में आ जाओ मंत्री बना देंगे और हर एक को 15-15 करोड़ देंगे। अगर इनकी पार्टी की 55 से ज्यादा सीटें आ रही है तो हमारे उम्मीदवारों को फोन करने की क्या जरूरत है। साफ है कि फर्जी सर्वे करवाया गया, ताकि माहौल बनाकर उम्मीदवारों को तोड़ा जा सके। गाली गलौज वालों, हमारा एक भी आदमी नहीं टूटेगा।’
ACB ने केजरीवाल को दिया लीगल नोटिस
इन सभी आरोपों के बाद दिल्ली भाजपा के महासचिव विष्णु मित्तल ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखकर लगाए गए आरोपों की जांच करने की मांग की है। बीजेपी ने एक पत्र के जरिए आरोपों का खंडन किया। पार्टी ने अपने पत्र में लिखा कि ‘केजरीवाल और संजय सिंह ने बिना किसी सबूत के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने यह नहीं बताया कि किन विधायकों को फोन आए और किस नंबर से आए। उनसे संपर्क किसने किया। इन झूठे दावों से केजरीवाल दिल्ली में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।’
केजरीवाल के आरोपों के बाद ACB की टीम केजरीवाल, संजय सिंह और मुकेश अहलावत के घर जांच के लिए पहुंची। करीब डेढ़ घंटे तक ACB की टीम ने केजरीवाल के घर में जांच की। जांच के बाद टीम ने केजरीवाल को लीगल नोटिस दिया और रवाना हो गई। हालांकि केजरीवाल के बयान दर्ज नहीं किए जा सके।