
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 बेकसूर पर्यटकों की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया था। देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा। इसी गुस्से को जवाब में बदलते हुए भारतीय सेना ने “ऑपरेशन सिंदूर” चलाया और गुलाम कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकियों के 9 ठिकानों को तबाह कर दिया।
प्रेस ब्रीफिंग में दिखी महिला शक्ति
सेना की इस साहसिक कार्रवाई की जानकारी देने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, जिसका नेतृत्व किया। विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने। व्योमिका सिंह ने बताया कि यह ऑपरेशन जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ चलाया गया, जिसमें उनके कई ठिकाने पूरी तरह खत्म कर दिए गए।
कौन हैं विंग कमांडर व्योमिका सिंह?
व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना में हेलीकॉप्टर पायलट हैं। उन्होंने 2019 में फ्लाइंग ब्रांच में स्थायी कमीशन हासिल किया। बचपन से ही उनका सपना था आसमान में उड़ना। उन्होंने कक्षा 6 में ही तय कर लिया था कि वो वायुसेना में जाएंगी।
NCC से शुरू हुआ सफर
व्योमिका ने अपने सैन्य करियर की शुरुआत NCC (राष्ट्रीय कैडेट कोर) से की। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद वो वायुसेना में शामिल हुईं। वो अपने परिवार की पहली महिला सदस्य हैं जो सशस्त्र बलों में शामिल हुईं।
दुर्गम इलाकों में उड़ान का अनुभव
व्योमिका ने जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत के कठिन और ऊंचे इलाकों में चेतक और चीता हेलीकॉप्टर उड़ाए हैं। उन्हें जोखिम भरे मिशनों और आपातकालीन राहत कार्यों का भी अनुभव है।
रेस्क्यू मिशनों में निभाई अहम भूमिका
नवंबर 2020 में अरुणाचल प्रदेश के एक रेस्क्यू मिशन में उन्होंने जान बचाने वाले ऑपरेशन को अंजाम दिया। वो उन मिशनों का हिस्सा रहीं जो खराब मौसम, ऊंची पहाड़ियों और दुर्गम इलाकों में किए गए थे।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह आज लाखों युवतियों के लिए प्रेरणा हैं, जो आसमान को छूने का सपना देखती हैं। ऑपरेशन सिंदूर में उनकी भूमिका ने यह साबित कर दिया कि भारत की बेटियां भी देश की रक्षा में सबसे आगे खड़ी हैं।