
इंदौर/शिलांग। राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, यह मामला उतना ही उलझता जा रहा है। अब इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस में एक नया नाम सामने आया है- ‘संजय वर्मा’, जिससे सोनम रघुवंशी की लगातार घंटों बातचीत होती थी।
शिलांग पुलिस को सोनम के कॉल डिटेल्स से यह चौंकाने वाली जानकारी मिली है कि 1 मार्च से 25 मार्च के बीच उसने संजय वर्मा को 112 बार कॉल किया, यानी हर दिन औसतन 4 से 5 बार दोनों के बीच बातचीत हुई।
नया मास्टरमाइंड या सिर्फ एक मोहरा?
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर संजय वर्मा कौन है? सोनम से उसका क्या रिलेशन है? क्या वह इस हत्या की साजिश का हिस्सा है? या वही पर्दे के पीछे रहकर सारी स्क्रिप्ट लिख रहा था? पुलिस इस कड़ी को जोड़ने में जुट गई है।
इंदौर पहुंची शिलांग पुलिस, परिजनों से पूछताछ
बुधवार को शिलांग पुलिस की टीम इंदौर पहुंची और सोनम रघुवंशी के घर पहुंचकर करीब दो घंटे तक जांच-पड़ताल की। घर में मौजूद सामान की बारीकी से तलाशी ली गई और कई सामग्रियां कब्जे में ली गईं। इस दौरान सोनम के माता-पिता से भी पूछताछ की गई। शिलांग पुलिस ने सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी से भी बातचीत की, जिन्होंने संजय वर्मा के बारे में जानकारी होने से इनकार किया।
सामान्य नहीं लग रहा रिश्ता : पुलिस
पुलिस का कहना है कि सोनम और संजय वर्मा के बीच लगातार बातचीत सामान्य नहीं मानी जा सकती। अब जांच इस दिशा में चल रही है कि संजय वर्मा कहीं इस हत्या की रचना का केंद्रबिंदु तो नहीं था?
गाजीपुर के ढाबे वाले ने भी किया खुलासा
काशी टी स्टॉल के मालिक साहिल यादव ने पुलिस को बताया कि सोनम किसी डरी-सहमी हालत में नहीं बल्कि आराम से एक गाड़ी से उतरकर दुकान पर आई और वहीं से अपने भाई गोविंद को कॉल किया। यानी यह पूरा सफर और उसकी हर हरकत एक पूर्व-निर्धारित योजना का हिस्सा थी।
क्राइम सीन रिक्रिएशन के दौरान दूसरा हथियार भी बरामद
मंगलवार को पुलिस ने मौका-ए-वारदात पर क्राइम सीन रिक्रिएशन किया। इस दौरान उस खाई के पास से हत्या में इस्तेमाल हुआ दूसरा हथियार भी बरामद कर लिया गया है, जिसकी तलाश पहले से की जा रही थी। पहले से पुलिस के पास जानकारी थी कि राजा की हत्या दो हथियारों से की गई थी।