धर्मेन्द्र त्रिवेदी-ग्वालियर। चंबल संभाग की विजयपुर सीट पर कांग्रेस के मुकेश मल्होत्रा और भाजपा के रामनिवास रावत के समर्थन में दोनों ही पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। सत्तारूढ़ भाजपा जहां अपनी योजनाओं को गिना रही है तो कांग्रेस बिकाऊ और टिकाऊ के नारे के साथ मैदान में है। कांग्रेस के स्टार प्रचारक महंगाई, बेरोजगारी, अपराध और आदिवासी क्षेत्र में संसाधन विकास की कमियों को लेकर मुखर हैं ।
इसके अलावा भाजपा के स्टार प्रचारक कांग्रेसी नेताओं की कमियों को जनता के बीच मंच पर रख रहे हैं। हालांकि मतदाताओं की चुप्पी से दोनों ही दलों के नेताओं के माथे पर पसीना है, अब प्रचार चरम पर है। 8, 9, 10 और 11 नवंबर प्रचार के लिए अहम दिन माने जा रहे हैं। इसके बाद देव प्रबोधिनी एकादशी (देवउठनी) को घर-घर संपर्क होगा।
कांग्रेस इन मुद्दों पर मैदान में
- रावत के दलबदल को टारगेट करके बिकाऊ या टिकाऊ नारे को सबसे ज्यादा भुनाने की कोशिश है।
- विधानसभा क्षेत्र का पिछड़ा होना, डबल इंजन की सरकार द्वारा की जा रही उपेक्षा का हवाला दिया जा रहा है।
भाजपा बता रही उपलब्धियां
- आदिवासी महिलाओं को आजीविका, लाड़ली बहना योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, सुकन्या योजना सहित अन्य योजनाओं को प्रचारित किया जा रहा है।
- डबल इंजन की सरकार के साथ विकास की बात का नारा दिया जा रहा है।
रावत जैसे अनुभवी के सामने मल्होत्रा का डेब्यू
रामनिवास रावत आठ बार चुनाव लड़ चुके हैं। जबकि मुकेश मल्होत्रा कांग्रेस सिंबल पर पहली बार भाग्य आजमा रहे हैं। राजनीतिक, प्रशासनिक और रणनीतिक मामले में रावत का अनुभव मुकेश मल्होत्रा से लगभग 40 वर्ष ज्यादा है।