
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सरेआम हुई बेइज्जती से युवक ने गंगा में कूदकर जान दे दी। युवक की मौत के बाद परिजनों ने शव सड़क पर रखकर कार्रवाई की मांग की। परिजनों ने पुलिसवालों के खिलाफ FIR दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की। हंगामा बढ़ता देख 5 थानों की फोर्स बुलाई गई। मौके पर पहुंचे DCP सूर्यकांत त्रिपाठी ने तत्काल दरोगा और कॉन्स्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया।
वाराणसी में बीच सड़क पर पुलिस और एक लड़की ने मृतक की पिटाई कर दी। जिससे क्षुब्ध होकर युवक ने गंगा में कूदकर जान दे दी। युवक की पहचान लंका थाना क्षेत्र के नगवां गंगोत्री विहार के पास रहने वाले फल विक्रेता विशाल सोनकर (22 वर्ष) के रूप में हुई।
क्या है पूरा मामला
मृतक के पिता शारदा प्रसाद ने बताया कि, विशाल फल और सब्जी का ठेला लगाता था। बुधवार (10 जुलाई) सुबह एक लड़की और उसके बीच किसी बात को लेकर नोंक-झोंक हो गई थी। तब वहां से मॉर्निंग वॉक करते हुए गुजर रहे थाना प्रभारी और उनके साथी पुलिस वाले विवाद देखकर वहीं रुक गए। उन्होंने सबके सामने विशाल को थप्पड़ मार दिया था, इसके बाद उन्होंने लड़की को बुलाया और उसे भी थप्पड़ मारने को कहा। पुलिसकर्मियों ने छात्रा से भी 3 थप्पड़ जड़वाए। यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी। इस बात से आहत होकर विशाल सीधे रविदास घाट पर गया और गंगा में छलांग लगा दी। NDRF और जल पुलिस के गोताखोरों ने 2-3 घंटे की तालाश के बाद शव को बरामद किया।
कई दिनों से परेशान कर रहा था मृतक : छात्रा
छात्रा का कहना है कि, मैं युवक का नाम तक नहीं जानती थी, वो मुझे कई दिनों से परेशान कर रहा था। मैं जब कल साइकिल से स्कूल जा रही थी, उस समय उसने कमेंट किया और मेरे साथ गलत व्यवहार किया। जिसके बाद पुलिस के सामने मैंने उसे एक थप्पड़ मारा था। वहीं छात्रा की मां ने कहा- बदनामी के डर से मेरी बेटी कुछ नहीं कहती थी, हमें अब पता चली है बात। उसके साथ गलत हो रहा था।