
वॉशिंगटन। अमेरिका के सभी 50 राज्यों में शनिवार को एक साथ हजारों लोगों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इन प्रदर्शनों को “50501 आंदोलन” नाम दिया गया है, जिसका मतलब है- 50 राज्य, 50 प्रदर्शन, 1 आंदोलन। प्रदर्शनकारी व्हाइट हाउस से लेकर टेस्ला शोरूम तक पहुंचे और राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ नाराजगी जताई। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति आवास व्हाइट हाउस का घेराव किया।
व्हाइट हाउस का घेराव, पोस्टरों पर तीखे संदेश
वॉशिंगटन डीसी में प्रदर्शनकारियों ने व्हाइट हाउस के बाहर जमकर नारेबाजी की। कई पोस्टरों पर तीखे संदेश लिखे थे, जैसे –
“ट्रंप को अल सल्वाडोर जेल में डिपोर्ट करो”
“ट्रंप गंदगी से भरे हैं, टॉयलेट्स को उनसे जलन हो रही है”
“न कोई राजा है, न कोई कुलीन है, टैक्स चुकाओ”
ट्रंप और मस्क की नीतियों के खिलाफ एकजुटता
इन प्रदर्शनों की बड़ी वजह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के साथ-साथ कारोबारी एलन मस्क की कंपनी टेस्ला की छंटनी की नीति भी रही। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि, ट्रंप की टैरिफ वॉर नीति के चलते रोजमर्रा की चीजों के दाम बढ़ गए हैं और बेरोजगारी भी बढ़ रही है। साथ ही, मस्क के दक्षता विभाग द्वारा सरकारी नौकरियों में हो रही छंटनी से लोगों की नौकरी पर संकट आ गया है।
“डेमोक्रेसी बचाओ” की अपील
“50501 आंदोलन” की प्रवक्ता हीदर डन ने कहा, “यह आंदोलन किसी पार्टी के खिलाफ नहीं, बल्कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए है। हमारा मकसद है एक ऐसी सरकार की मांग करना जो जनता के हक में फैसले ले, न कि मुनाफे के लिए।” उन्होंने बताया कि आंदोलन में डेमोक्रेट, रिपब्लिकन और इंडिपेंडेंट सभी शामिल हो रहे हैं।
न्यूयॉर्क, शिकागो और लॉस एंजेलिस में दिखा असर
देशभर में करीब 400 से ज़्यादा रैलियों का आयोजन किया गया। न्यूयॉर्क, शिकागो, वॉशिंगटन, लॉस एंजेलिस और सैन फ्रांसिस्को जैसे शहरों में प्रदर्शनकारियों की अच्छी खासी भीड़ देखी गई। सैन फ्रांसिस्को के ओशन बीच पर रेत पर लिखा गया- “महाभियोग लगाओ और हटाओ”।
किन बातों से नाराज हैं लोग?
- टैरिफ नीति से बढ़ती महंगाई
- सरकारी कर्मचारियों की छंटनी
- अप्रवासी नीति और निर्वासन
- मानवाधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर पाबंदी
- प्रेस की आजादी पर अंकुश
ट्रंप की लोकप्रियता में गिरावट
हालांकि, गैलप के सर्वे के अनुसार 45% अमेरिकी अभी भी ट्रंप के कामकाज से संतुष्ट हैं, लेकिन यह आंकड़ा अमेरिकी राष्ट्रपतियों की औसत पहली तिमाही की रेटिंग 60% से काफी कम है। यह भी देखा गया कि ट्रंप की शुरुआत में रेटिंग 47% थी, जो अब घटकर 45% हो गई है।
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