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Alert! अमेरिका में Monkeypox पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित, दुनियाभर में 27 हजार से ज्यादा मामले

मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों और खतरे को देखते हुए अमेरिका ने इसे पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। अमेरिका के हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विस सेक्रेटरी जेवियर बेसेरा के मुताबिक फिलहाल यह इमरजेंसी 90 दिनों के लिए ही लगाई गई है। उन्होंने कहा कि, हम इस वायरस के खिलाफ लड़ाई को अगले स्तर पर ले जाने के लिए तैयार हैं।

अमेरिका में 6600 से ज्यादा मामले

अमेरिका में मंकीपॉक्स के 6600 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। जिसको देखते हुए बाइडेन प्रशासन ने यह फैसला लिया। संक्रमितों में लगभग सभी पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुष हैं। अमेरिका के स्वास्थ्य और मानव सेवा मंत्री जेवियर बेसेरा ने एक ब्रीफिंग में कहा, “हम इस वायरस से निपटने के लिए अपनी प्रतिक्रिया को अगले स्तर तक ले जाने के लिए तैयार हैं, और हम हर अमेरिकी से मंकीपॉक्स को गंभीरता से लेने का आग्रह करते हैं।”

दुनियाभर में 27 हजार से ज्यादा मामले

दुनियाभर के 87 देशों में मंकीपॉक्स के 27 हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं। कैलिफोर्निया, इलिनोइस और न्यूयॉर्क द्वारा आपात स्थिति की घोषणा के बाद बाइडेन ने इस महीने की शुरुआत में दो शीर्ष संघीय अधिकारियों को मंकीपॉक्स के लिए अपने प्रशासन की प्रतिक्रिया का समन्वय करने के लिए नियुक्त किया था।

अमेरिका में मंकीपॉक्स के 6 लाख डोज दिए गए

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका में मंकीपॉक्स और स्मॉलपॉक्स के लिए बनी JYNNEOS वैक्सीन की जुलाई के मध्य तक 6 लाख डोज डिलीवर हो चुकी हैं, लेकिन करीब 1.6 मिलियन लोगों की आबादी के जोखिम को देखते हुए ये संख्या कम ही है।
बाइडेन के चीफ हेल्थ एडवाइजर डॉ. एंथनी फौसी ने कहा कि बवेरियन नॉर्डिक (BAVA.CO) वैक्सीन की अतिरिक्त 25 लाख खुराक के आदेश दिए गए हैं।

1970 के दशक में मंकीपॉक्स की पहली वैक्सीन

बाइडेन के चीफ हेल्थ एडवाइजर डॉ. एंथनी फौसी ने कहा कि, जब कोरोना महामारी फैली थी, उस वक्त उसकी कोई वैक्सीन नहीं थी। लेकिन मंकीपॉक्स के लिए पहले से ही टीके और उपचार उपलब्ध हैं। इसे पहली बार 1970 के दशक में अफ्रीका में बनाया गया था। अमेरिकी सरकार ने जुलाई के मध्य तक देश भर में 1,56,000 मंकीपॉक्स के टीके की खुराक वितरित की थी।

भारत में अब तक मंकीपॉक्स के 9 केस

  • देश में अब तक मंकीपॉक्स के 9 केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 5 मरीज केरल में और 4 दिल्ली में मिला है।
  • केरल में 14 जुलाई को मिला पहला मरीज दूसरे देश (यूएई) से भारत आया था। तेज बुखार और शरीर में तेज दर्द की शिकायत थी। इसके साथ ही शरीर पर छाले थे। जो अब ठीक हो गया है।
  • केरल में 18 जुलाई को मिला दूसरा मरीज भी दूसरे देश (दुबई) से भारत आया था। मरीज दो महीने पहले ही भारत लौट गया था, लेकिन मंकीपॉक्स के लक्षण उसमें बाद में देखने को मिले।
  • केरल में 22 जुलाई को मिला तीसरा मरीज 6 जुलाई को यूएई से लौटा था। 13 जुलाई को उसमें लक्षण दिखाई देने पर जांच की गई थी।
  • दिल्ली में मिले चौथे मरीज (उम्र 31 वर्ष) ने विदेश यात्रा नहीं की थी, लेकिन घरेलू यात्रा जरूर की थी।
  • केरल में मिला पांचवां मरीज (उम्र 22 वर्ष) 21 जुलाई को यूएई से लौटा था। यूएई छोड़ने से एक दिन पहले ही उसकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। 27 जुलाई को उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जिसकी 30 जुलाई को मौत हो गई।
  • दिल्ली में 1 अगस्त को मिला छठवां मरीज (उम्र 35 वर्ष) नाइजीरिया का रहने वाला है, फिलहाल दिल्ली में है। यह हाल में कहीं विदेश यात्रा पर भी नहीं गया था।
  • केरल में 2 अगस्त को मिला सातवां मरीज (उम्र 30 वर्ष) 27 जुलाई को लौटा था। लक्षण पाए जाने के बाद उसे आइसोलेट कर दिया गया था। केरल में यह पांचवां मामला है।
  • दिल्ली में 2 अगस्त को मिला आठवां मरीज (उम्र 35 वर्ष) नाइजीरिया का रहने वाला है। यह हाल में कहीं विदेश यात्रा पर भी नहीं गया था।
  • दिल्ली में 3 अगस्त को मिला 9वां मरीज (उम्र 31 वर्ष) नाइजीरिया की रहने वाली एक महिला है। देश में मंकीपॉक्स से पॉजिटिव होने वाली ये पहली महिला है।

WHN ने इसे महामारी घोषित किया

वर्ल्ड हेल्थ नेटवर्क (WHN) ने इस बीमारी को महामारी यानी Epidemic घोषित कर दिया है। WHN एक ऐसा नेटवर्क है, जिससे कई देशों के सैंकड़ों वैज्ञानिक और हेल्थ एक्सपर्ट्स जुड़े हैं। यह ग्लोबल, नेशनल और लोकल लेवल पर महामारी को पहचानकर उसके सॉल्यूशन पर काम करता है।

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WHO ने भी घोषित की ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 23 जुलाई को मंकीपॉक्स को इंटरनेशनल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था। WHO के मुताबिक मंकीपॉक्स पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाला संक्रमण है और इसके लक्षण चेचक जैसे होते हैं। यह बीमारी मध्य और पश्चिम अफ्रीका के कुछ हिस्सों में दशकों से है, लेकिन यह बाहर कभी इतने व्यापक रूप से नहीं फैली थी।

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क्या हैं इसके लक्षण?

  • मंकी पॉक्स के शुरुआती लक्षण फ्लू जैसे होते हैं। इनमें बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, कमर दर्द, कंपकंपी छूटना, थकान और सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं।
  • मंकीपॉक्स वायरस का इन्क्यूबेशन पीरियड 5 से 21 दिन तक का हो सकता है। इन्क्यूबेशन पीरियड का मतलब ये होता है कि संक्रमित होने के बाद लक्षण दिखने में कितने दिन लगे।
  • मंकीपॉक्स शुरुआत में चिकनपॉक्स, खसरा या चेचक जैसा दिखता है।
  • बुखार होने के एक से तीन दिन बाद त्वचा पर इसका असर दिखना शुरू होता है। शरीर पर दाने निकल आते हैं। ये दाने घाव जैसे दिखते हैं और खुद सूखकर गिर जाते हैं।

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