
रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के एक अधिकारी को 15,000 रुपए की रिश्वत लेते शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। सरपंच की शिकायत पर आलोट जनपद पंचायत में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को घूस लेते हुए धर दबोचा।
क्या है पूरा मामला ?
पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) अमित बट्टी ने बताया कि आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के अधिकारियों ने सहायक लेखा अधिकारी मनीष ललावत (50) को आलोट कस्बे में रिश्वत की राशि लेते समय पकड़ा। आरोपी अधिकारी ने ग्राम लोनी के सरपंच सत्यनारायण बोड़ाना से नंदन फलोद्यान योजना के दो लाख रुपए के बिल का भुगतान करने के एवज में कथित तौर पर रिश्वत की मांग की थी। अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने भुगतान के लिए 8 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी। सरपंच की शिकायत पर EOW ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक योजना बनाई और आरोपी को रिश्वत लेते हुए धर दबोचा।
मामले में आगे की जांच जारी
डीएसपी अमित वट्टी के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। टीम में डीएसपी अजय कैथवास, डीएसपी संदीप निगवाल, निरीक्षक रीमा यादव, एसआई अर्जुन मालवीय, एएसआई अशोक राव, प्रधान आरक्षक मोहन पाल, संतोष शर्मा, मनोज, गौरव जोशी, विशाल बादल, कॉन्टेबल चंद्रशेखर शामिल है। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मामले में आगे की जांच जारी है और अन्य भ्रष्टाचार के मामलों की भी जांच की जा रही है।
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