
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के उधमपुर में गुरुवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच पिछले 24 घंटे में लगातार तीसरा एनकाउंटर चल रहा है। इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान शहीद हो गया। वहीं जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े चार ओवर ग्राउंड वर्कर (OGW) को गिरफ्तार किया गया है।
खुफिया इनपुट के बाद तलाशी अभियान शुरू
पुलिस को खुफिया इनपुट मिला था कि, ये ओवर ग्राउंड वर्कर पुलिस और बाहरी नागरिकों पर हमला करने की फिराक में थे। इसके बाद पुलिस ने सघन तलाशी अभियान शुरू किया। नाका चेकिंग के दौरान मोहम्मद रफीक खांडे और मुख्तार अहमद डार को गिरफ्तार किया गया। तलाशी में इनके पास से दो चीनी हैंड ग्रेनेड, एक 7.62 एमएम की मैगजीन और 30 राउंड कारतूस बरामद हुए। इसके अलावा, एफ-कॉय 3rd बीएन-सीआरपीएफ और 13 आरआर के साथ मिलकर पुलिस ने सदुनारा अजास में एक और नाका लगाया, जहां रईस अहमद डार और मोहम्मद शफी डार को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से भी हैंड ग्रेनेड और गोला-बारूद बरामद हुए हैं।
उधमपुर के डूडू-बसंतगढ़ में एनकाउंटर
पहलगाम हमले के महज दो दिन बाद जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में एक और एनकाउंटर की खबर सामने आई है। डूडू-बसंतगढ़ इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है।
लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल के अनुसार, ऑपरेशन अभी जारी है और एक जवान के शहीद होने की पुष्टि की गई है। दोनों ओर से भारी गोलीबारी हो रही है और सुरक्षाबल हर एंगल से आतंकियों को घेरने में लगे हैं।

24 घंटे में तीसरा एनकाउंटर
गौरतलब है कि, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी। इस हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में अचानक तेजी देखी गई है। पिछले 24 घंटे में यह तीसरा एनकाउंटर है।
23 अप्रैल को कुलगाम के तंगमर्ग इलाके में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जहां आतंकी एक घर में छिपे हुए थे। वहीं, उसी दिन सुबह बारामूला के उरी सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को सेना ने मार गिराया।
उरी में मारे गए आतंकियों पहलगाम कनेक्शन ?
सेना को शक है कि, उरी में मारे गए आतंकियों का संबंध पहलगाम में हुए हमले से हो सकता है। आतंकियों के पास से बरामद सामान में दो असॉल्ट राइफल, पाकिस्तानी करेंसी, चॉकलेट और सिगरेट के पैकेट भी शामिल हैं।
अभी तक की जांच में यह बात सामने आई है कि, ये आतंकी ग्रुप इंटरनेशनल बॉर्डर पार कर भारत में दाखिल हुए थे। 23 मार्च को कठुआ जिले में इन्हें पहली बार देखा गया था, जिसके बाद 27 मार्च और 11-12 अप्रैल को भी इनसे जुड़ी मुठभेड़ें हुईं।
आतंकियों के पूरे नेटवर्क का होगा खात्मा
सरकार और सुरक्षाबल अब आतंकियों के पूरे नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में काम कर रहे हैं। घाटी में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं और अतिरिक्त फोर्स भी तैनात की गई है। डूडू-बसंतगढ़ में ऑपरेशन अभी भी जारी है और संभावना है कि आने वाले दिनों में और भी कई मुठभेड़ हो सकती हैं।
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