
बालाघाट। मध्य प्रदेश के नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले के रूपझर थाना क्षेत्र में बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात उकवा वेयरहाउस के पास खड़ी दो निजी बसों में आग लग गई। ये घटना देर रात करीब 2:30 बजे की है। पुलिस मौके पर पहुंची और दमकल की मदद से आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक दोनों बसें पूरी तरह जलकर खाक हो चुकी थीं।
घटना स्थल जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित है और यह इलाका छत्तीसगढ़ व महाराष्ट्र की सीमाओं से सटा हुआ है, जिस कारण नक्सली गतिविधियों की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
नक्सली कनेक्शन की जांच जारी
हाल ही में इसी क्षेत्र के जंगलों में 14 जून को पुलिस और सुरक्षा बलों की मुठभेड़ में तीन महिला नक्सलियों समेत चार उग्रवादी मारे गए थे। ऐसे में घटना को लेकर पुलिस नक्सली प्रतिशोध की संभावना से भी इनकार नहीं कर रही है। उकवा पुलिस चौकी प्रभारी गोपाल सिंह ने बताया कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है, फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि आग स्वाभाविक थी या किसी ने जानबूझकर लगाई।
60 लाख का नुकसान, एक माह से बंद थी बसें
बसों के मालिक संतोष अग्रवाल ने बताया कि ये दोनों बसें पहले हैदराबाद रूट पर चलती थीं, लेकिन व्यावसायिक घाटे के कारण पिछले एक महीने से इन बसों को खदान के पास खड़ा किया गया था। अग्रवाल के अनुसार, इस घटना में उन्हें करीब 60 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
जांच में जुटी पुलिस
सूचना मिलते ही उकवा पुलिस और बस मालिक मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बस मालिक सूरज अग्रवाल और उनके बेटे संतोष अग्रवाल की शिकायत पर मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आग दुर्घटनावश लगी या किसी ने साजिश के तहत लगाई।