
बिजनेस डेस्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित नए टैरिफ के कारण वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली देखने को मिली, जिससे भारतीय शेयर बाजार भी प्रभावित हुआ। हालांकि भारतीय शेयर बाजार को इससे ज्यादा असर नहीं हुआ। गुरुवार को शुरुआती कारोबार में ही निफ्टी 150 अंकों की गिरावट के साथ 23,182 पर खुला, जबकि सेंसेक्स 500 अंकों की गिरावट के साथ 76,120 पर पहुंच गया। हालाँकि, बाद में बाजार में कुछ रिकवरी हुई और सेंसेक्स 186 अंकों के गिरावट तक रह गया।
ट्रंप ने भारत पर लगाया 26% टैरिफ
2 अप्रैल को डोनाल्ड ट्रंप ने ‘लिबरेशन डे’ घोषित करते हुए आयातित वस्तुओं पर 10% का शुल्क लगाने का ऐलान किया, जो 5 अप्रैल से लागू होगा। इसके अलावा, 60 देशों पर अलग-अलग शुल्क लगाया गया है, जिसमें चीन पर 34%, वियतनाम पर 46%, भारत पर 26%, जापान पर 24% और यूरोपीय संघ पर 20% शुल्क शामिल है। इस फैसले से वैश्विक व्यापार अस्थिर होने की आशंका बढ़ गई है।
किन सेक्टरों पर पड़ेगा टैरिफ का असर
ट्रंप की इस घोषणा से विभिन्न उद्योगों पर प्रभाव देखने को मिलेगा,
ऑटोमोबाइल सेक्टर : भारत से अमेरिका को होने वाले निर्यात पर शुल्क बढ़ने से ऑटो सेक्टर पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। टाटा मोटर्स और मारुति सुजुकी के शेयरों में गिरावट देखी गई।
आईटी सेक्टर : भारत के आईटी उद्योग पर इस फैसले का प्रभाव पड़ सकता है क्योंकि अमेरिका इस क्षेत्र का सबसे बड़ा बाजार है। इंफोसिस और टीसीएस जैसी कंपनियों के शेयरों में दबाव बना हुआ है।
फार्मा सेक्टर : हालांकि फार्मा कंपनियों को इस टैरिफ से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन बाजार की अस्थिरता के कारण यह भी प्रभावित हो सकता है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और ज्वेलरी : भारत के लिए अमेरिका एक बड़ा निर्यात बाजार है और इन क्षेत्रों पर अतिरिक्त टैरिफ से व्यापार प्रभावित होने की संभावना है।
टैरिफ से वैश्विक बाजार में हलचल
इस टैरिफ नीति के ऐलान के बाद वॉल स्ट्रीट में भारी गिरावट आई। डॉव जोंस फ्यूचर्स 900 अंक गिर गया, जबकि S&P 500 और नैस्डैक में क्रमशः 3.9% और 4.7% की गिरावट दर्ज की गई। एशियाई बाजारों पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ा है। जापान का निक्केई 2% गिरा, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स 2.5% तक लुढ़क गया।
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