
रियाद। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक चौंकाने वाला कूटनीतिक यू-टर्न लेते हुए सीरिया पर लगे सभी प्रतिबंध हटाने का ऐलान किया और इसके तुरंत बाद सऊदी अरब में सीरियाई कट्टरपंथी नेता और सीरिया के मौजूदा राष्ट्रपति अहमद अल-शरा से मुलाकात की। यही अल-शरा हैं, जिन पर कभी अमेरिका ने 1 करोड़ डॉलर का इनाम रखा था और जिन्हें दुनिया के कई देशों ने आतंकी घोषित किया हुआ है। इस कदम से अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हड़कंप मच गया है।
सऊदी में हुई गोपनीय मुलाकात
डोनाल्ड ट्रंप इन दिनों चार दिन की अरब यात्रा पर हैं। सऊदी अरब की राजधानी रियाद में हुए एक इन्वेस्टमेंट फोरम को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, “सीरिया को एक दूसरा मौका देना होगा। अब प्रतिबंधों का समय खत्म हो गया है।”
ट्रंप के इस ऐलान के महज 24 घंटे बाद ही उनकी अहमद अल-शरा से मुलाकात हुई, जो कि सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की मौजूदगी में संपन्न हुई।
सूत्रों के मुताबिक, यह मुलाकात ट्रंप के सऊदी से कतर रवाना होने से ठीक पहले हुई। इस बैठक के दौरान तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन भी फोन कॉल के माध्यम से जुड़े रहे।
कौन हैं अहमद अल-शरा
अहमद अल-शरा पहले अबू मोहम्मद अल-गोलानी के नाम से जाना जाता था। वह सीरिया के खूंखार चरमपंथी संगठन हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के प्रमुख हैं। HTS को अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र सहित कई देशों ने आतंकी संगठन घोषित कर रखा है।
अल-शरा की पृष्ठभूमि बेहद विवादास्पद रही है। वे इराक पर अमेरिकी हमले के बाद वहां विद्रोहियों के साथ लड़ चुके हैं और बाद में सीरिया लौटकर HTS का नेतृत्व किया। अल-शरा की अगुवाई में ही बशर अल-असद सरकार के तख्तापलट की साजिश को अंजाम दिया गया।
अमेरिका ने खुद रखा था इनाम
कुछ साल पहले तक अमेरिका ने ही अहमद अल-शरा पर 10 मिलियन डॉलर (लगभग 1 करोड़ अमेरिकी डॉलर) का इनाम घोषित किया था। अब जब ट्रंप स्वयं उसी शख्स से खुलकर मिलते हैं, तो यह कदम अंतरराष्ट्रीय मंच पर अमेरिकी नीति की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करता है।
असद सरकार के पतन के बाद बदला समीकरण
पिछले साल दिसंबर में सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद का तख्तापलट हुआ था। बशर अल-असद को ईरान समर्थक नेता माना जाता था। उनके सत्ता से हटने के बाद, विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (HTS) ने देश की बागडोर संभाल ली। इस बदलाव के बाद ही सऊदी अरब और तुर्की ने अमेरिका से HTS के पक्ष में कदम उठाने की अपील की थी।
सीरिया में जश्न का माहौल
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रतिबंध हटाने के ऐलान के बाद सीरिया में जश्न का माहौल है। लोग सड़कों पर अपने झंडे लहराते हुए ढोल-नगाड़ों के साथ उत्सव मना रहे हैं। वहीं, अमेरिकी और पश्चिमी खेमे में यह सवाल गूंज रहा है कि क्या अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ अपने पुराने रुख से पीछे हट रहा है?
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