
सोहागपुर। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर) के मढ़ाई क्षेत्र में बुधवार शाम उस समय सनसनी फैल गई जब लगदा नाके पर तैनात चौकीदार बृजेंद्र टेकाम पर एक बाघ ने अचानक हमला कर दिया। यह घटना उस वक्त घटी जब बृजेंद्र मोबाइल पर अपने परिजनों से बात कर रहे थे।
बाघ ने 50 मीटर तक घसीटता ले गया
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बाघ ने पीछे से झपट्टा मारते हुए बृजेंद्र को दबोच लिया और करीब 50 मीटर तक घसीटते हुए ले गया। हमले की गति इतनी तेज थी कि पास में मौजूद दूसरे चौकीदार रामदास कुछ समझ पाते, उससे पहले ही बृजेंद्र गंभीर रूप से घायल हो चुके थे।
साथी की बहादुरी बनी जीवनरक्षक
लेकिन ठीक इसी क्षण चौकीदार रामदास ने अद्भुत साहस का परिचय देते हुए बिना डरे बाघ की ओर दौड़ लगा दी और शोर मचाते हुए उसे भगाने में सफल रहे। इस साहसिक प्रयास के चलते बृजेंद्र की जान बच गई। रामदास की बहादुरी को लेकर पूरे वन विभाग में सराहना हो रही है।
नर्मदापुरम अस्पताल में चल रहा इलाज
घटना की सूचना मिलते ही रेंजर पी.एन. ठाकुर, वनपाल रघुवंशी सहित वन विभाग की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। घायल बृजेंद्र को प्राथमिक उपचार के लिए शासकीय अस्पताल, सोहागपुर लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें खतरे से बाहर बताया।
हालांकि एहतियातन उन्हें बेहतर इलाज और विस्तृत जांच के लिए गुरुवार सुबह शासकीय अस्पताल नर्मदापुरम रेफर किया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
कर्मचारियों की सुरक्षा पर उठे सवाल
यह घटना एक बार फिर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बढ़ती बाघ गतिविधियों और कर्मचारियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। इससे पहले भी टाइगर रिजर्व में एक चौकीदार की मौत बाघ के हमले में हो चुकी है, जिसके बाद फेंसिंग (बाड़बंदी) का कार्य शुरू कराया गया था।