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Mann Ki Baat : डिजिटल होगा महाकुंभ, फिल्मी हस्तियों का किया जिक्र, साल के आखिरी ‘मन की बात’ एपिसोड में पीएम मोदी ने लोगों से की ये अपील

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2024 के आखिरी रविवार को 117वीं बार मन की बात की। पीएम ने संविधान दिवस और महाकुंभ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस बार प्रयागराज महाकुंभ न केवल विशाल और भव्य होगा बल्कि अनेकता में एकता का संदेश देते हुए पूरे कुंभ क्षेत्र में पहली बार डिजिटल व्यवस्था का प्रदर्शन होगा। जब हम कुंभ में भाग लें, तो समाज में विभाजन और नफरत की भावना को खत्म करने का संकल्प लें।

संगम तट पर महाकुंभ की तैयारियां चल रही

पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में रविवार को देश को संबोधित करते हुए कहा कि अगले माह प्रयागराज में महाकुंभ हो रहा है जो देश की विविधता और भव्यता को प्रदर्शित कर ‘महाकुंभ का संदेश एक हो पूरा देश और गंगा की अविरल धारा न बंटे समाज हमारा’ का पूरा देश को संदेश देगा। उन्होंने कहा ‘‘अगले महीने 13 तारीख से प्रयागराज में महाकुंभ होने जा रहा है। इस समय वहां संगम तट पर जबरदस्त तैयारियां चल रही हैं। मुझे याद है अभी कुछ दिन पहले जब मैं प्रयागराज गया था तो हेलिकॉप्टर से पूरा कुंभ क्षेत्र देखकर दिल प्रसन्न हो गया था। इतना विशाल, इतना सुंदर, इतनी भव्यता।

इस आयोजन में करोड़ों लोग एक साथ एकत्रित होते हैं। लाखों संत, हजारों परम्पराएं, सैकड़ों संप्रदाय, अनेकों अखाड़े, हर कोई इस आयोजन का हिस्सा बनता है। कहीं भेदभाव नहीं दिखता, कोई बड़ा नहीं होता, कोई छोटा नहीं होता। अनेकता में एकता का ऐसा द्दश्य विश्व में कहीं और देखने को नहीं मिलेगा। इसलिए हमारा कुंभ एकता का महाकुंभ भी होता है। इस बार का महाकुंभ भी एकता के महाकुंभ के मंत्र को सशक्त करेगा। मैं आप सबसे कहूंगा जब हम कुंभ में शामिल हों तो एकता के इस संकल्प को अपने साथ लेकर वापस आएं। हम समाज में विभाजन और विद्वेष के भाव को नष्ट करने का संकल्प भी लें। कम शब्दों में कहूं-महाकुंभ का संदेश, एक हो पूरा देश। और अगर दूसरे तरीके से कहना है तो मैं कहूंगा…गंगा की अविरल धारा, न बंटे समाज हमारा।‘’

पहली बार कुंभ में होगा Al चैटबॉट का प्रयोग

प्रधानमंत्री ने कहा इस बार प्रयागराज में देश और दुनिया के श्रद्धालु डिजिटल महाकुंभ के भी साक्षी बनेंगे। डिजिटल नेविगेशन की मदद से आपको अलग-अलग घाट, मंदिर, साधुओं के अखाड़ों तक पहुंचने का रास्ता मिलेगा। पहली बार कुंभ आयोजन में‘‘एआई चैटबोट‘’का प्रयोग होगा। इसके माध्यम से 11 भारतीय भाषाओं में कुंभ से जुड़ी हर तरह की जानकारी हासिल की जा सकेगी। इस चैटबोट से कोई भी टेक्स्ट टाइप करके या बोलकर किसी भी तरह की मदद मांग सकता है।‘‘ उन्होंने कहा‘‘पूरा मेला क्षेत्र को आई पावरड कैमरों से कवर किया जा रहा है। कुंभ में अगर कोई अपने परिचित से बिछड़ जाएगा तो इन कैमरों से उन्हें खोजने में भी मदद मिलेगी।

श्रद्धालुओं को डिजिटल आधारित खोया पाया केंद्र की सुविधा भी मिलेगी। श्रद्धालुओं को मोबाइल पर सरकार से मान्यता प्राप्त टूर पैकेज, ठहरने की जगह और होमस्टे के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। आप भी महाकुंभ में जाएं तो इन सुविधाओं का लाभ उठाएं और हां एकता के महाकुंभ के साथ अपनी सेल्फी जरूर उपलोड करिएगा।‘‘

राज कपूर, मोहम्मद रफी, एएनआर, तपन सिन्हा को किया याद

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में भारतीय सिनेमा के चार दिग्गजों राज कपूर, मोहम्मद रफी, अक्किनेनी नागेश्वर राव (एएनआर) और तपन सिन्हा को उनके जन्म शताब्दी वर्ष पर याद किया। मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम में कहा, “वर्ष 2024 में हम फिल्म जगत की कई महान हस्तियों की 100वीं जयंती मना रहे हैं। इन विभूतियों ने भारतीय सिनेमा को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई। हमारे पूरे फिल्म जगत के लिए इन हस्तियों का जीवन प्रेरणा जैसा है। राज कपूर जी ने फिल्मों के माध्यम से दुनिया को भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ से परिचित कराया।” उन्होंने कहा कि रफी साहब की आवाज में वो जादू था जो हर दिल को छू लेता था।

मोदी ने गायक के बारे में कहा, “उनकी आवाज अद्भुत थी। भक्ति गीत हों या रोमांटिक गीत, दर्द भरे गाने हों, हर भाव को उन्होंने अपनी आवाज से जीवंत कर दिया। मोदी ने तेलुगु सिनेमा को ‘‘नई ऊंचाइयों” पर ले जाने के लिए एएनआर की प्रशंसा की और कहा कि उनकी फिल्मों ने भारतीय परंपराओं एवं मूल्यों को बखूबी प्रस्तुत किया। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में कहा, “तपन सिन्हा जी की फिल्मों ने समाज को एक नई दृष्टि दी। उनकी फिल्मों में सामाजिक चेतना और राष्ट्रीय एकता का संदेश रहता था।” हिंदी फिल्म जगत के ‘शोमैन’ कपूर और भारतीय सिनेमा के महानतम पार्श्व गायकों में से एक रफी की जन्मशती क्रमशः 14 दिसंबर और 24 दिसंबर को मनाई गई। अक्किनेनी नागेश्वर राव तेलुगु फिल्म जगत के सबसे प्रमुख व्यक्तियों में से एक थे, जिन्होंने अपने सात दशक के करियर में कई ऐतिहासिक फिल्मों में अभिनय किया। राव की 20 सितंबर को 100वीं जयंती मनाई गई थी। प्रमुख बंगाली सिनेमा निर्देशकों में से एक सिन्हा की जयंती दो अक्टूबर को मनाई गई थी।

संविधान की प्रस्तावना विभिन्न भाषाओं में पढ़ें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को भारत का संविधान लागू होने के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित गतिविधियों में भाग लेने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि 2025 में 26 जनवरी को हमारे संविधान को लागू हुए 75 वर्ष होने जा रहे हैं। हम सभी के लिए बहुत गौरव की बात है। उन्होंने कहा,‘‘हमारे संविधान निर्माताओं ने हमें जो संविधान सौंपा है वो समय की हर कसौटी पर खरा उतरा है। संविधान हमारे लिए आगे की राह दिखाने वाला प्रकाश है। हमारा मार्गदर्शक है। ये भारत का संविधान ही है जिसकी वजह से मैं आज यहां हूं, आपसे बात कर पा रहा हूं।‘‘

उन्होंने कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान दिवस से एक साल तक चलने वाली कई गतिविधियां शुरू हुई हैं। देश के नागरिकों को संविधान की विरासत से जोड़ने के लिए constitution75.com नाम से एक खास वेबसाइट भी बनाई गई है। इसमें आप संविधान की प्रस्तावना पढ़कर अपना वीडियो अपलोड कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम के 117वीं कड़ी में अपने संबोधन में देशवासियों से कहा कि इस वेबसाइट पर आप अलग-अलग भाषाओं में संविधान पढ़ सकते हैं। साथ ही संविधान के बारे में प्रश्न भी पूछ सकते हैं। मोदी ने लोगों से संविधान की प्रस्तावना पढ़ने और जुड़ने का आग्रह करते हुए कहा,‘‘मन की बात‘’ के श्रोताओं, स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों, कॉलेज में जाने वाले युवाओं से मेरा आग्रह है, इस वेबसाइट पर जरूर जाकर देखें, इसका हिस्सा बनें।

बस्तर Olympic की तारीफ

पीएम ने कहा कि बस्तर में एक अनूठा Olympic शुरू हुआ है। बस्तर Olympic से बस्तर में एक नई क्रांति जन्म ले रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे लिए ये बहुत ही खुशी की बात है कि बस्तर Olympic का सपना साकार हुआ है। आपको भी ये जानकार अच्छा लगेगा कि यह उस क्षेत्र में हो रहा है, जो कभी माओवादी हिंसा का गवाह रहा है। इसका शुभंकर है ‘वन भैंसा’ और ‘पहाड़ी मैना’। इसमें बस्तर की समृद्ध संस्कृति की झलक दिखती है।

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