
ग्वालियर। जिले के घाटीगांव अनुविभाग के भंवरपुरा गांव में शनिवार को कूनो नेशनल पार्क के चीते वीरा की दस्तक से पूरे गांव में सन्नाटा छा गया। बताया गया कि चीते ने एक बकरी का शिकार भी किया है, जबकि दो बकरियां घायल हैं। इसके बाद ग्रामीणों ने घर से निकलना बंद कर दिया। इसी बीच चीता वीरा गांव में थाने के पांच सौ मीटर की सीमा में स्थित एक पेड़ के नीचे बैठ गया। यह सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी। इसके बाद ग्वालियर वन मंडल से डीएफओ अंकित पांडे, एसडीओ मनोज कुमार जाटव ने मौके पर पहुंचकर चीता की सुरक्षा की जानकारी ली गई और निगरानी बढ़ाने के लिए संबंधित स्टाफ को तैनात किया गया। साथ ही उत्तर घाटीगांव वन पर क्षेत्राधिकारी दीपांश शर्मा सहित आसपास वन चौकिया का स्टाफ को भी मौके पर बुला लिया गया। बताया गया है कि मुरैना बरमंडल अंतर्गत क्षेत्रम गांव से वीरा ने ग्वालियर के वन क्षेत्र में कदम रखा। माना जा रहा है कि शनिवार तड़के 15 से 20 किमी चलकर वह उत्तर घाटीगांव के जंगल भंवरपुर में आ गया। यहीं सुबह उसने भंवरपुर निवासी धर्मवीर गुर्जर की एक बकरी का शिकार किया, जबकि इसी दौरान केदार गुर्जर की भी दो बकरी घायल हो गर्इं।
शिकार की तलाश में पहुंचा
गौरतलब है कि ग्वालियर जिले का भंवरपुरा गांव मुरैना और श्योपुर जिलों की सीमा पर स्थित है। ऐसे में वन विभाग टीम का मानना है कि कूनो नेश्नल पार्क से शिकार की तलाश में चीता इस क्षेत्र में आ गया होगा। वह अभी कब तक यही पर मौजूद है इस संबंध में फिलहाल कुछ कहा नहीं जा सकता।
ग्रामीणों के लिए अलर्ट जारी
जानकारी के अनुसार, चीते की दस्तक के बाद ग्रामीणों में भय का माहौल पैदा हो गया। इसके लिए वन विभाग और पुलिस टीम द्वारा अलर्ट भी जारी किया है। जिसमें ग्रामीणों को बिना किसी जरूरी काम के बाहर निकलने और छोटे बच्चों व पालतू जानवरों की हिफाजत करने को कहा गया है।
मुरैना-ग्वालियर के बॉर्डर पर भंवरपुरा गांव में चीते का मूवमेंट हुआ है। उसके द्वारा एक बकरी का शिकार किया गया है। फिलहाल माना जा रहा है कि वह अभी भंवरपुरा इलाके में ही मौजूद है। -अंकित पांडे, डीएफओ, ग्वालियर
भंवरपुरा गांव में चीता आने की सूचना मिली थी, वन विभाग की टीम द्वारा सर्चिंग करने पर चीता दिखा है जिसने एक बकरी का शिकार किया था। हमने सभी ग्रामीणों को सूचित कर सतर्क रहने बोला है। -सुरेन्द्र सिंह सिकरवार, थाना प्रभारी भंवरपुरा