
केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) पर 8.25 प्रतिशत ब्याज दर को मंजूरी दे दी है। इस फैसले से देशभर के 7 करोड़ से ज्यादा EPFO अंशधारकों को फायदा मिलेगा। यह ब्याज राशि आने वाले महीनों में खातों में जमा की जाएगी।
फरवरी में हुआ था फैसला, अब मिली औपचारिक मंजूरी
यह ब्याज दर फरवरी 2024 में EPFO की केंद्रीय न्यासी मंडल की बैठक में तय की गई थी। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मांडविया ने की थी। तय ब्याज दर को मंजूरी के लिए वित्त मंत्रालय को भेजा गया था, जिसे अब स्वीकृति मिल चुकी है।
लगातार तीसरे साल 8% से ज्यादा ब्याज
- 2024-25 : 8.25%
- 2023-24 : 8.25%
- 2022-23 : 8.15%
- 2021-22 : 8.1% (40 साल में सबसे कम)
- 2020-21 : 8.5%
पिछले कुछ सालों से EPF की ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है, लेकिन इस बार लगातार दूसरे साल 8.25% दर को बनाए रखा गया है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला EPFO की वित्तीय स्थिति और देश की आर्थिक स्थिरता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इससे भविष्य निधि को लेकर कर्मचारियों का भरोसा बढ़ेगा और रिटायरमेंट के बाद की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
EPFO जल्द शुरू करेगा ब्याज जमा करने की प्रक्रिया
श्रम मंत्रालय ने EPFO को इस फैसले की सूचना दे दी है। अब EPFO जल्द ही ब्याज की रकम खातों में डालने की प्रक्रिया शुरू करेगा।
EPF पर 8.25% ब्याज दर बरकरार रखने का सरकार का यह फैसला करोड़ों कर्मचारियों के लिए राहत की खबर है। यह एक स्थिर और सुरक्षित रिटर्न पाने का भरोसा दिलाता है, खासकर ऐसे समय में जब ज्यादातर निवेश विकल्प जोखिम से भरे हैं।