भोपालमध्य प्रदेश

मंत्री गोविंद राजपूत की संपत्ति का खुलासा करने वाले धनोरा की गिरफ्तारी पर 5 हजार का ईनाम, कांग्रेस ने कहा – कोर्ट में देंगे चुनौती

सागर। मध्यप्रदेश सरकार के राजस्व और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की संपत्ति का खुलासा करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह धनोरा पर 5,000 रुपए का ईनाम घोषित किया गया है। पुलिस द्वारा ईनाम घोषित करने के बाद विपक्ष ने मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि पुलिस पर मंत्री का दबाव भारी है। 5 जनवरी को दर्ज एफआईआर के मामले में गिरफ्तारी के लिए ईनाम घोषित करना जल्दबाजी में लिया गया निर्णय है। पार्टी का कहना है कि एसपी के इस फैसले को कोर्ट में चुनौती दी जाएगी।

क्या है मामला

भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह धनोरा ने राजस्व और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को उनके ससुराल से मिली 50 एकड़ जमीन पर सवाल उठाए थे। उनका कहना था कि मंत्री के ससुरालीजन इतने पैसे वाले नहीं हैं कि उन्हें इतनी जमीन दान में दे दें। आरोप था कि मंत्री ने काली कमाई छिपाने के लिए दान का खेल खेला है। धनोरा ने पूछा था कि उनके साले ने 50 एकड़ जमीन दान में दी है तो यह पैसा कहां से लाए।

5 जनवरी को दर्ज हुई FIR

पांच जनवरी 2023 को इस मामले में धनोरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। एसपी सागर कार्यालय द्वारा जारी पत्र के मुताबिक धनोरा पर ग्राम पंचायत में कूटरचित दस्तावेज पेश करने का आरोप है। इस मामले में गिरफ्तारी के लिए एसपी ने ईनाम घोषित किया है।

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रेप के आरोपी नहीं पकड़ रही पुलिस

कांग्रेस का आरोप है कि सागर के जैसीनगर में बच्ची के साथ रेप के मामले में आरोपी चैनसिंह फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने अब तक कड़ी कार्रवाई नहीं की है। हाल ही में मकरोनिया में हुई हत्या के फरार आरोपी मिश्रीचंद गुप्ता (302) पर महज 3,000 का ईनाम घोषित किया गया, जबकि कूटरचित दस्तावेज में दर्ज मामले में आरोपी बनाए गए राजकुमार सिंह धनोरा पर 5,000 रुपए का ईनाम रख दिया। इससे पता चलता है कि यह कार्रवाई राजनैतिक द्वेष भावना के तहत की जा रही है। कांग्रेस का कहना है कि शासकीय कर्मचारी पंचायत सचिव कमलेश साहू पर ईनाम घोषित करने पर शासकीय कर्मचारियों में भी असुरक्षा की भावना फैल रही है ।

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