
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। कोंटा डिवीजन के सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) आकाश राव गिरिपुंजे नक्सलियों के लगाए IED ब्लास्ट की चपेट में आ गए और शहीद हो गए। वहीं कोंटा के SDOP भानुप्रताप चंद्राकर और TI सोनल ग्वाला गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
घटनास्थल पर जली हुई JCB का था मुआयना

जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों ने 10 जून को भारत बंद का ऐलान किया था। उससे पहले दहशत फैलाने के लिए उन्होंने एक खदान में JCB मशीन को आग के हवाले कर दिया। सूचना मिलने के बाद ASP आकाश राव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जैसे ही वह जली हुई JCB के पास पहुंचे, नक्सलियों ने पहले से बिछाया गया IED विस्फोट कर दिया।
दो अफसर घायल, रायपुर एयरलिफ्ट कर लाए गए

इस हमले में SDOP भानुप्रताप चंद्राकर और TI सोनल ग्वाला घायल हो गए। दोनों को पहले सुकमा में प्राथमिक इलाज दिया गया, फिर एयर एम्बुलेंस से रायपुर के एक निजी अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों के अनुसार, दोनों की हालत अब खतरे से बाहर है।
शहीद ASP का पार्थिव शरीर रायपुर पहुंचा
शहीद ASP आकाश राव गिरिपुंजे का पार्थिव शरीर रायपुर के मेकाहारा अस्पताल लाया गया, जहां पोस्टमॉर्टम के बाद उनके निवास ले जाया जाएगा। जैसे ही शहादत की खबर पहुंची, पुलिस विभाग के जवान और अफसर फूट-फूटकर रो पड़े। हर किसी की आंखों में अपने साथी को खोने का दर्द साफ नजर आया।
सीएम और गृहमंत्री का सख्त संदेश
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शहादत को दुखद बताते हुए कहा कि नक्सलियों को अब परिणाम भुगतना पड़ेगा। छत्तीसगढ़ से उनका अस्तित्व मिटा दिया जाएगा। वहीं गृहमंत्री विजय शर्मा ने दो टूक कहा कि अब नक्सलियों से कोई बातचीत नहीं होगी, सीधा एक्शन होगा।
शहीद आकाश राव का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा
ASP आकाश राव गिरिपुंजे ने अपनी जान देकर अपने कर्तव्य का पालन किया। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में अपनी टीम के साथ डटकर खड़े रहना उनकी बहादुरी को दर्शाता है। पूरा प्रदेश उनके बलिदान को सलाम कर रहा है और एक सुर में कह रहा है— “शहीदों की ये कुर्बानी, न भूल पाएगा हिंदुस्तान!”