पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने भारत में सुपरस्टार कल्चर के बजाय टीम कल्चर की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों का ध्यान व्यक्तिगत प्रदर्शन के बजाय टीम पर होना चाहिए। वहीं, सुनील गावस्कर ने उनकी इस सलाह पर चुटकी लेते हुए कहा कि हमें क्रिकेट नहीं आता। इसके साथ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) में रविवार को भारत की हार के बाद, दोनों पूर्व क्रिकेटरों ने पोस्ट मैच चर्चा के दौरान विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों की आलोचना भी की।
विराट डोमेस्टिक क्रिकेट कब खेले थे-इरफान
इरफान ने मैच के बाद स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘मुझे आप बताइए आखिरी बार विराट कोहली डोमेस्टिक क्रिकेट कब खेले थे।’ इसका जवाब देते हुए एंकर जतिन सप्रू ने कहा, 2012 में।’ इसके बाद इरफान ने कहा- ‘घरेलू क्रिकेट खेले उन्हें एक दशक से भी ज्यादा का समय हो गया है। महान सचिन तेंदुलकर भी इतने समय तक डोमेस्टिक क्रिकेट से दूर नहीं थे।’
युवा खिलाड़ी को लगातार मौका दिया जाना चाहिए- इरफान पठान
इरफान पठान ने कहा कि सचिन तेंदुलकर तब भी घरेलू क्रिकेट खेलते थे, जब इसकी जरूरत नहीं होती थी। उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि चार दिन तक पिच पर टिके रहना और फिर दूसरी पारी खेलने वापस आना उनके लिए जरूरी था। 2024 में विराट कोहली का पहली पारी में औसत सिर्फ 15 है, और पिछले पांच सालों में उनका औसत 30 से भी कम हो गया।
इसके साथ उन्होंने सवाल उठाया, ‘क्या भारत का एक सीनियर खिलाड़ी ऐसे प्रदर्शन का हकदार है? बेहतर होगा कि किसी युवा खिलाड़ी को लगातार मौके दिए जाएं और उसे तैयारी का समय दिया जाए। उनका भी औसत 25-30 के करीब रहेगा। फोकस टीम पर होना चाहिए, न कि व्यक्तिगत खिलाड़ियों पर।’
हमारी बातों को नजरअंदाज कर दीजिए- गावस्कर
सिडनी टेस्ट से पहले पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने टीम इंडिया मैनेजमेंट को प्रैक्टिस मैच कराने की सलाह दी थी। लेकिन टीम ने इस पर ध्यान नहीं दिया। भारत की हार के बाद, स्टार स्पोर्ट्स के पोस्ट-मैच शो में गावस्कर ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘अरे, हमको कुछ नहीं आता। हमें क्रिकेट का कुछ पता नहीं है। हम तो बस टीवी पर बोलने के लिए हैं। हमारी बातों को नजरअंदाज कर दीजिए, उन्हें सिर के ऊपर से जाने दीजिए।’
कोहली ने देश के लिए किया शानदार प्रदर्शन
40 वर्षीय पेसर इरफान ने कहा, हम विराट कोहली की डिसरिस्पेक्ट नहीं कर रहे हैं। कोहली ने देश के लिए शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन समस्या यह है कि वह बार-बार एक ही तकनीकी खामी के कारण आउट हो रहे हैं। इरफान ने सुझाव दिया कि कोहली को सुनील गावस्कर जैसे अनुभवी खिलाड़ियों से इस खामी पर बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस गलती को केवल कड़ी मेहनत से सुधारा जा सकता है, जो अभी तक कोहली की ओर से नजर नहीं आई है