बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में इस बार भारत को हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद टीम इंडिया, कई फैंस के साथ पूर्व भारतीय क्रिकेटरों के निशाने पर है। इस दौरान पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने टीम के सिलेक्शन प्रक्रिया पर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड दौरे के लिए खिलाड़ियों का सिलेक्शन उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाना चाहिए। इसके साथ उन्होंने रोहित और विराट की भी कड़ी आलोचना की।
दो स्पिनर को प्लेइंग 11 में लेने का कोई मतलब नहीं था- हरभजन
हरभजन सिंह ने सिडनी टेस्ट में दो स्पिनर ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर को शामिल करने पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जसप्रीत बुमराह दूसरी पारी से पहले पीठ की चोट के कारण खेल नहीं सके। ऐसे में 162 रन के मामूली टारगेट के बचाव करने की जिम्मेदारी मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा के कंधों पर था।
इसके साथ हरभजन ने कहा- ‘सिडनी की पिच पर दो स्पिनर को प्लेइंग 11 में लेने का कोई मतलब नहीं था, जबकि उन्होंने गेंदबाजी भी नहीं की। उन्हें बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए टीम में रखा गया था। रवींद्र जडेजा ने मैच में सिर्फ तीन ओवर किया जबकि वॉशिंगटन सुंदर ने दूसरी पारी के अंत में सिर्फ एक ओवर किया। अगर टीम में एक सीमर होता तो स्थिति कुछ और हो सकती थी।’
रोहित और कोहली के प्रदर्शन की आलोचना
हरभजन सिंह ने सीरीज के दौरान रोहित शर्मा और विराट कोहली के प्रदर्शन की आलोचना करते हुए कहा कि दोनों खिलाड़ी तब आउट हो गए जब टीम को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। उन्होंने सुझाव दिया कि इंग्लैंड दौरे से पहले टीम मैनेजमेंट को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सीनियर खिलाड़ी काउंटी क्रिकेट में खेलें, ताकि वे बेहतर तैयारी के साथ मैदान में उतर सके।