
इंदौर। सिमरोल निवासी भाजपा महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। यह शर्मनाक कृत्य करने वाला आरोपी सिमरोल सरपंच का पति है, जिसने पीड़िता को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया। जब वह गर्भवती हो गईं तो गुपचुप तरीके से एक निजी क्लिनिक में ले जाकर उसका अबॉर्शन करवा दिया। अबॉर्शन के दौरान महिला को इतनी अधिक मात्रा में एनेस्थीसिया दे दिया गया था कि वह कई दिन तक होश में नहीं आईं। इसके बाद जब महिला ने सरपंच पति के साथ रहने की बात कही तो सरपंच पति के भाई ने उसे डंपर से कुचलवाने की धमकी दी। पीड़िता ने इसकी शिकायत पहले पार्टी के विधायकों से की, फिर भोपाल जा पहुंचीं, जिसके बाद सरपंच पति पर प्रकरण दर्ज हुआ।
क्या है मामला ?
पीड़िता ने पूरी आपबीती सुनाते हुए बताया कि वह विधवा है और अपने बच्चों का भरण-पोषण करने के लिए वर्ष 2012 में महू के एक आर्मी अफसर के घर कुक का काम करने लगीं। इसके अलावा कई साल से भाजपा के लिए ग्रामीण इलाके में चुनाव प्रचार भी करती आ रही हैं। ढाई साल पहले चुनाव के दौरान उसकी पहचान सिमरोल इलाके के सरपंच पति लेखराज डाबी से हुई।
धीरे-धीरे दोनों का रिलेशनशिप तो सरपंच पति ने उससे शादी का वादा कर एग्रीमेंट बनवा लिया और हरसोल फाटा पर अपने खर्चे से किराए पर एक मकान दिलवा दिया, जहां आरोपी अय्याशी करने के लिए पीड़िता से मिलने आने लगा। उसने एग्रीमेंट का हवाला देते हुए कहा कि तुम मेरी बीवी हो, अब हम साथ रह सकते हैं।
अबॉर्शन के समय जानबूझकर दिलाया बेहोशी का ओवरडोज
पीड़िता ने बताया आरोपी लेखराज कई दिन तक उसके साथ अय्याशी करता रहा। इसके चलते वह गर्भवती हो गई और इसकी जानकारी आरोपी को दी तो वह नाराज हो गया और अबॉर्शन कराने का दबाव बनाते हुए कहा तुम्हारे दो बच्चे पहले ही हैं। अब एक और की क्या जरुरत? इसके बाद 5 दिसंबर को सिमरोल के एक निजी क्लिनिक में ले जाकर उसका अबॉर्शन करवा दिया। साथ ही डॉक्टर से मिलीभगत कर जानबूझकर उसे अबॉर्शन से पहले एनेस्थीसिया का ओवरडोज दिलवा दिया।
आटा-दाल देकर फरार हो गया आरोपी
अबॉर्शन के बाद महिला को आरोपी हरसोला फाटा स्थित उसी किराए के मकान में ले गया और 10 किलो आटा और 5 किलो चावल देकर फरार हो गया, जबकि वह एनेस्थीसिया के ओवरडोज के कारण कई दिन तक कमरे में बेसुध पड़ी रही, लेकिन लेखराज उसे देखने तक नहीं आया। 26 दिसंबर को जब वह बिस्तर से उठकर चलने-फिरने की हालत में आई तो लेखराज से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उसने कॉल रिसीव नहीं किया।
वहीं, कुछ दिन बाद अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया। इस बीच जब वह एक दिन आरोपी के घर पहुंचीं तो उसके भाई दिनेश गिरवार ने डंपर से कुचलवा देने की धमकी दी। रात 1 बजे तक वह घर के बाहर बैठी रहीं, लेकिन आरोपी घर से बाहर नहीं आया।
सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत के बाद पहुंची भोपाल
पीड़िता के मुताबिक, जब उसे अपने साथ हुए अन्याय को लेकर पुलिस से कोई मदद नहीं मिली तो उसने अपनी पार्टी के विधायकों से गुहार लगाई, लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी। इसके बाद सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत कर सीधे भोपाल स्थित सीएम हाउस पहुंची और न्याय के लिए वहीं बैठ गई, जिस पर श्यामला हिल्स पुलिस और सीएम हाउस के अधिकारियों द्वारा उसे सिमरोल थाने भेजा, लेकिन एफआईआर दर्ज होने से पहले ही आरोपी सरपंच पति फरार हो गया, वहीं उसके भाई द्वारा पीड़िता को जान से मारने की लगातार धमकियां दी जा रही हैं।