
शिलांग। राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में सोनम रघुवंशी की आपराधिक सोच की नई परतें सामने आ रही हैं। मेघालय पुलिस ने बड़ा दावा किया है कि सोनम और उसका प्रेमी राज कुशवाह एक खौफनाक साजिश के तहत किसी और महिला की हत्या कर, शव को जलाकर उसे सोनम का बताकर खुद के ‘मृत’ होने का नाटक करना चाहते थे, ताकि वह कानून की नजर से हमेशा के लिए गायब हो सके।
शादी से पहले ही रची थी मौत की स्क्रिप्ट
पूर्वी खासी हिल्स के एसपी विवेक स्येम के मुताबिक, 11 मई को राजा रघुवंशी और सोनम की शादी से पहले इंदौर में हत्या की योजना बनी थी। इसके तहत राजा को खत्म कर सोनम को गायब कर देने की साजिश रची गई। राजा और सोनम 23 मई को शिलांग के सोहरा क्षेत्र से लापता हो गए थे। 2 जून को राजा का शव वेइसाडोंग फॉल्स के पास खाई में मिला। 9 जून को सोनम ने गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) में सरेंडर कर दिया।
सोनम बुर्का पहनकर टैक्सी से निकली
राज की हत्या के बाद सोनम बुर्का पहनकर टैक्सी से गुवाहाटी गई, फिर बस और ट्रेन से सिलीगुड़ी, पटना, आरा, लखनऊ होते हुए इंदौर पहुंची। योजना थी कि वह एक अन्य महिला की हत्या कर शव को जला देगी और दावा करेगी कि वह सोनम है, ताकि खुद को मृत घोषित करा सके।
दो अलग-अलग प्लान थे, दोनों हुए फेल
- सोनम को नदी में बहने का दिखावा कर गायब किया जाए।
- किसी महिला की हत्या कर उसका शव जला दिया जाए और उसे सोनम बताकर गुमराह किया जाए।
दोनों योजनाएं विफल रहीं, तब सोहरा में हत्या की अंतिम योजना को अंजाम दिया गया।
गवाह की टिप से फूटा मामला
एक टूर गाइड ने पुलिस को बयान दिया कि उसने राजा और सोनम को तीन अन्य लोगों के साथ देखा था। यही बयान जांच में बड़ा सुराग बना। पुलिस ने तेजी से जांच आगे बढ़ाई और 8 जून को आरोपी आकाश की गिरफ्तारी के बाद पूरी साजिश उजागर हो गई। राज घबरा गया और सोनम ने आत्मसमर्पण कर दिया।
हत्या में शामिल चार लोग गिरफ्तार
पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता राज कुशवाह के अलावा तीन अन्य विशाल, आकाश और आनंद को गिरफ्तार किया है। आनंद राज का चचेरा भाई है। एसपी विवेक स्येम ने साफ किया कि यह कोई सुपारी किलिंग नहीं थी, बल्कि राज ने दोस्ती के आधार पर उनसे मदद ली थी। बदले में 50,000 रुपए दिए गए थे।
पुलिस ने रेनकोट और एक स्कूटी बरामद की है। अधिकारी ने कहा, “पूछताछ जारी है, बयान दर्ज किए जा रहे हैं और हम 90 दिनों के भीतर अदालत में चार्जशीट दाखिल करेंगे।”