
भोपाल/बेंगलुरु। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए बेंगलुरु स्थित बीईएमएल (BEML) लिमिटेड की अत्याधुनिक रेल कोच विनिर्माण इकाई से 2100वें मेट्रो कोच को हरी झंडी दिखाकर राष्ट्र को समर्पित किया। इस दौरान उन्होंने यह भी घोषणा की कि मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में बीईएमएल की नई रोलिंग स्टॉक और मेट्रो कोच निर्माण इकाई स्थापित की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे क्षेत्र में अद्भुत कार्य हुए हैं और बीईएमएल की यह पहल ‘मेक इन इंडिया’ का उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस पहल से मध्य प्रदेश और कर्नाटक के बीच विकास का सेतु मजबूत होगा।
रायसेन में बनेंगी अत्याधुनिक मेट्रो और रेल कोच इकाइयां
मध्यप्रदेश शासन ने बीईएमएल को रायसेन जिले के उमरिया क्षेत्र में इकाई स्थापित करने के लिए 60.063 हेक्टेयर भूमि आवंटित की है। यह प्लांट शहरी परिवहन के तेजी से बढ़ते क्षेत्र की मांग को पूरा करने के लिए स्टेनलेस स्टील और एल्यूमीनियम कार बॉडी कोच का निर्माण करेगा। परियोजना को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा ताकि उसका संचालन रणनीतिक और टिकाऊ रूप से हो सके।
रोजगार और औद्योगिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इस इकाई के माध्यम से स्थानीय युवाओं, MSME और तकनीकी संस्थानों के छात्रों को नए अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही स्थानीय समुदायों, सूक्ष्म और लघु उद्यमों को भी इससे लाभ मिलेगा। परियोजना से रोज़गार सृजन, आपूर्ति श्रृंखला विकास और सामाजिक-आर्थिक उत्थान सुनिश्चित होगा।
बीईएमएल का 2100वां मेट्रो कोच
इस अवसर पर बीईएमएल द्वारा निर्मित 2100वां मेट्रो कोच मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) के माध्यम से तैयार किया गया है। यह कोच भारत का पहला ऐसा मेट्रो कोच है जिसमें ऑन-बोर्ड कंडीशन मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया गया है। इस कोच में शामिल उन्नत तकनीकें…
- ड्राइवरलेस संचालन की सुविधा (UTO – Unattended Train Operation)
- रेल ट्रैक और ओएचई निगरानी प्रणाली
- आर्क डिटेक्शन व रेल प्रोफाइल विश्लेषण
- CCTV, फायर डिटेक्शन, डायनॅमिक रूट मैप्स और साइकिल स्टैंड जैसी यात्री सुविधाएं
क्या बोले BEML के एमडी
बीईएमएल के चेयरमेन और एमडी शांतनु रॉय ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि रायसेन यूनिट भारत के शहरी रेल इंफ्रास्ट्रक्चर को नई दिशा देगी। उन्होंने कहा कि 2100वें मेट्रो कोच का निर्माण बीईएमएल की गुणवत्ता, नवाचार और स्वदेशी तकनीक के प्रति समर्पण का प्रमाण है। हम इस विश्वास पर खरे उतरेंगे।