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रेलवे टिकट पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का प्रचार, कांग्रेस बोली- सेना के पराक्रम का राजनीतिक उपयोग कर रही बीजेपी

भोपाल। हाल ही में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने वाले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर रेलवे टिकटों पर प्रचार किए जाने ने एक नई राजनीतिक बहस को जन्म दे दिया है। कांग्रेस ने इस प्रचार को लेकर बीजेपी और केंद्र सरकार पर सेना के शौर्य का राजनीतिक लाभ लेने का गंभीर आरोप लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे सेना की गरिमा के साथ खिलवाड़ बताया।

पीयूष बबेले ने लगाया ये आरोप

पीयूष बबेले ने कहा कि भारत में यह परंपरा रही है कि सेना को राजनीति से दूर रखा जाता है, लेकिन भाजपा ने इस मर्यादा को तोड़ दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं द्वारा पहले भी सेना को लेकर राजनीतिक बयानबाजी की जाती रही है, लेकिन अब एक कदम आगे बढ़कर सरकार ने रेलवे जैसे सार्वजनिक संस्थान को भी प्रचार माध्यम बना दिया है।

रेलवे टिकट पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का प्रचार

कांग्रेस का आरोप है कि IRCTC द्वारा जारी किए जा रहे ऑनलाइन टिकटों पर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर और ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ा बयान छपा हुआ आ रहा है। बबेले ने कहा कि सेना के वीर सैनिकों की बहादुरी को चुनावी रणनीति का हिस्सा बनाना न केवल अनैतिक है, बल्कि देश की रक्षा प्रणाली का राजनीतिक उपयोग भी है। उन्होंने यह भी कहा कि यह प्रचार बिहार जैसे चुनावी राज्यों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है, ताकि सेना के शौर्य का भावनात्मक प्रभाव मतदाताओं पर डाला जा सके।

रेलवे और IRCTC अधिकारियों ने साधी चुप्पी

इस मामले में जब मीडिया ने IRCTC और रेलवे अधिकारियों से संपर्क किया, तो किसी ने भी कोई औपचारिक प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। इससे सरकार और रेलवे की मंशा पर और अधिक सवाल खड़े हो रहे हैं।

यह सेना के शौर्य से सौदेबाजी- बबेले

बबेले ने केंद्र सरकार से तत्काल इस प्रचार पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह देश के लिए गलत उदाहरण है। अगर समय रहते इसे नहीं रोका गया, तो भविष्य में सेना जैसे गरिमामयी संस्थान को भी चुनावी हथियार बना दिया जाएगा।

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