नागालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी में करीब 13 आम लोगों की मौत हो गई। सेना ने घटना की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ का आदेश दिया है। सेना ने बताया कि इस दौरान एक सैन्यकर्मी शहीद हुआ है और कई अन्य सैनिक घायल हो गए। वहीं नागालैंड के सीएम नेफ्यू रियो ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने का वादा किया है। वहीं इस पूरे मामले पर राजनीति तेज हो गई है।
This is heart wrenching. GOI must give a real reply.
What exactly is the home ministry doing when neither civilians nor security personnel are safe in our own land?#Nagaland pic.twitter.com/h7uS1LegzJ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 5, 2021
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भारत सरकार को इस पर जवाब देना चाहिए: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा यह घटना हृदय विदारक है। भारत सरकार को इस पर जवाब देना चाहिए। गृह मंत्रालय वास्तव में क्या कर रहा है जब न तो नागरिक और न ही सुरक्षाकर्मी हमारी भूमि में सुरक्षित हैं?
Worrisome news from #Nagaland.
Heartfelt condolences to the bereaved families. I pray for the speedy recovery of those who were injured.
We must ensure a thorough probe into the incident and ensure that all victims get justice!
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) December 5, 2021
हमें घटना की गहन जांच करनी चाहिए : ममता
वहीं ममता बनर्जी ने ट्वीट कर लिखा, नागालैंड से चिंताजनक खबर। शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं। हमें घटना की गहन जांच सुनिश्चित करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी पीड़ितों को न्याय मिले।
Condolences to families of all those who lost their lives in Nagaland today
@AmitShah should be sackedAll his peace accords with fringe groups were meant to deceive. 7 officers were killed by insurgents in Manipur in Nov. No peace in NE, only violencehttps://t.co/C44nUWzZX6
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 5, 2021
नॉर्थ ईस्ट में शांति नहीं, केवल हिंसा है: ओवैसी
ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा, आज नागालैंड में जान गंवाने वाले सभी लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना। गृहमंत्री अमित शाह को बर्खास्त किया जाना चाहिए। फ्रिंज समूहों के साथ उनके सभी शांति समझौते धोखा देने के लिए थे। नवंबर में मणिपुर में विद्रोहियों ने 7 अधिकारी को मार दिया था। नॉर्थ ईस्ट में में शांति नहीं, केवल हिंसा है।
नागालैंड में तनाव का यह है कारण
नागालैंड में रविवार को उस समय तनाव बढ़ गया जब राज्य के कुछ युवाओं की मौत हो गई। मामला तब बढ़ा जब सुरक्षा बलों ने उन पर एनएससीएन के आतंकी होने पर संदेह के आधार पर तिरुगांव में कथित रूप से गोलीबारी की। यह मामला तब और बढ़ गया जब ग्रामीण घटना के विरोध में उतर आए और दावा किया कि युवक निर्दोष हैं। ग्रामीणों ने बताया कि युवक पास के कोयला क्षेत्रों से लौट रहे थे। घटना के कारण गुस्साए ग्रामीणों ने कई सुरक्षा वाहनों को आग लगा दी। उग्र ग्रामीणों को कंट्रोल करने के लिए सुरक्षा कर्मियों को हवा में गोलियां चलानी पड़ी।
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