
नई दिल्ली। भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में किए गए मिसाइल हमलों के बाद मंगलवार रात से देश की राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस कार्रवाई के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट बैठक के तुरंत बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और उन्हें इस सैन्य मिशन की पूरी जानकारी दी।
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति को दी जानकारी
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति भवन पहुंचकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। यह मुलाकात ऑपरेशन सिंदूर के सफल समापन के कुछ ही घंटे बाद हुई। सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी ने राष्ट्रपति को बताया कि भारतीय सशस्त्र बलों ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाया है और यह कार्रवाई पुलवामा व पहलगाम जैसे हमलों को दोहराने से रोकने के लिए की गई है।
25 मिनट में 9 आतंकी ठिकाने तबाह
भारतीय सेना ने मंगलवार देर रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच महज 25 मिनट में यह ऑपरेशन अंजाम दिया। इसमें पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को मिसाइल से निशाना बनाया गया। इन ठिकानों में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के गढ़ भी शामिल थे।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत, पीओके में 5 ठिकाने और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 4 ठिकाने तबाह किए गए।
भारत ने कहा- यह हमारा हक है
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत ने यह कार्रवाई अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए की है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य सीमापार आतंकी ढांचे को खत्म करना और भारत के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। पहलगाम जैसे हमले अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।”
सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
इस सैन्य कार्रवाई की जानकारी सभी दलों को देने के लिए केंद्र सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। यह बैठक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में होगी।
पाकिस्तान ने दी चेतावनी
इस ऑपरेशन पर पाकिस्तान की कड़ी प्रतिक्रिया आई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे युद्ध की कार्रवाई’ करार देते हुए कहा, “भारत ने पंजाब और पीओके में हमला कर सीमा लांघी है। पाकिस्तान इसका जवाब देने का अधिकार रखता है।”
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