Manisha Dhanwani
4 Nov 2025
Peoples Reporter
4 Nov 2025
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त (एडिशनल कमिश्नर) रत्नाकर साहू पर हुए हमले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता जगन्नाथ प्रधान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार शाम प्रधान ने स्वयं पुलिस के सामने सरेंडर किया था। अब तक इस मामले में कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस घटना ने राज्य की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है और विपक्ष सरकार पर सवाल उठा रहा है।
सोमवार को भुवनेश्वर नगर निगम (BMC) में जनसुनवाई के दौरान एडिशनल कमिश्नर रत्नाकर साहू पर 6-8 लोगों ने उनके चैंबर में घुसकर हमला कर दिया था। वायरल वीडियो में साहू के साथ गाली-गलौज और हाथापाई साफ देखी जा सकती है। हमलावरों ने उन्हें जबरदस्ती घसीटते हुए बाहर लाने की कोशिश भी की।
BJP नेता जगन्नाथ प्रधान ने भुवनेश्वर के डीसीपी कार्यालय में पहुंचकर सरेंडर किया। इसके बाद पुलिस ने मेडिकल जांच कराई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। प्रधान के वकील ने बताया कि उनकी जमानत याचिका अदालत ने खारिज कर दी है और उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
गिरफ्तारी से पहले मीडिया से बातचीत में जगन्नाथ प्रधान ने कहा कि, “मैं जांच में सहयोग करने आया हूं। अगर मेरी गिरफ्तारी से मामले का समाधान होता है तो मैं तैयार हूं। लेकिन मुझे और मेरी पार्टी को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।”
घटना के बाद भुवनेश्वर नगर निगम के कर्मचारियों ने कार्यालय परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। पूरे दिन कामकाज ठप रहा। कर्मचारियों ने दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सामूहिक अवकाश ले लिया था। इस दौरान ‘ओएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन’ ने भी अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की थी।
इस घटना के बाद भाजपा ने अपने पार्षद जीवन राउत सहित पांच नेताओं को पार्टी से निलंबित कर दिया है। पार्टी का कहना है कि वह कानून के साथ है और किसी भी गलत कार्य का समर्थन नहीं करेगी।
BMC अधिकारी रत्नाकर साहू से मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। वीडियो सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी राज्य सरकार और कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा- “यह शर्मनाक है कि एक वरिष्ठ अधिकारी को उसके कार्यालय से घसीटकर बेरहमी से पीटा गया। यह सब एक बीजेपी पार्षद की मौजूदगी में हुआ। राज्य सरकार को तुरंत दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
पुलिस ने बताया कि अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है और बाकी हमलावरों की पहचान की जा रही है। CCTV फुटेज, चश्मदीद गवाहों के बयान और वायरल वीडियो के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।
BJP नेता की गिरफ्तारी के बाद ‘ओएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन’ ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है। संगठन की अध्यक्ष ज्योति मिश्रा ने कहा कि सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान दिया है और दोषियों की गिरफ्तारी से यह साबित होता है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है।