प्रीति जैन- गर्मियों के लिए स्किन केयर के लिए इस बार कई सारे नए-नए प्रोडक्ट्स आए हैं जो कि सभी की जरूरतों के मुताबिक तैयार किए गए हैं। चिपचिप वाले सनस्क्रीन राहत के लिए इस बार एक्वा बेस्ड स्प्रे वाले सनस्क्रीन तो वहीं पॉकेट में रखे जाने वाले सनस्क्रीन स्टिक आए हैं जो कि जेल बेस्ड हैं। जिन लोगों की ऑयली स्किन है, उनके लिए भी यह अच्छा ऑप्शन हैं। वहीं इस बार बॉडी सनस्क्रीन भी आए हैं जो कि फेस सनस्क्रीन से अलग है। बॉडी पर लगाए जाने वाले सनस्क्रीन त्वचा पर लगाए जाने वाले सनस्क्रीन की अपेक्षा हैवी होते हैं। वहीं लिप्स के लिए पीएच लेवल बैलेंस रखने वाले लिप टिंट भी इस बार खास हैं।
विटामिन-बी-3, ग्लिसरीन, व हाइलोरोनिक एसिड के साथ इस बार स्प्रे वाले सनस्क्रीन नए हैं जो कि ट्रेवल व पॉकेट फ्रेंडली है। चेहरे से पांच से छह इंच की दूरी पर रखकर उन्हें फेस पर स्प्रे करके तरोताजा और सन प्रोटेक्टेड हुआ जा सकता है। इन्हें एक्वा कूलिंग इफेक्ट ब्रॉड स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन कहा जाता है। इसमें 50 एसपीएफ होता है।
वहीं फेदर लाइट एप्लीकेशन के लिए सनस्क्रीन स्टिक रोल ऑन स्टाइल में आई है। जिसमें स्टीक घुमाने पर सनस्क्रीन निकलता है। यह 60 एसपीएफ तक होता है। इसमें हाइलोरोनिक एसिड व सेरामाइड भी होता है जो कि स्कीन को प्लंप करता है। इसे अपनी ड्रेस की पॉकेट में भी रख सकते हैं।
धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन या सनब्लॉक जरूर लगाएं। दोनों ही त्वचा को यूवी रेडिएशन से बचाने का काम करते हैं। सनब्लॉक प्रभावी रूप से यूवी किरणों को त्वचा में प्रवेश करने से रोकता है। इसमें चिपचिपाहट अधिक होती है, इसलिए इसे जल्दी-जल्दी त्वचा पर नहीं लगाने की सलाह नहीं दी जाती है। बल्कि इसे कई घंटों बाद दोबारा त्वचा पर लगाया जाता है। वहीं सनस्क्रीन लाइट वेट होते हैं इसलिए इन्हें हर दो घंटे बाद री-एप्लाई किया जा सकता है। हर बार फेसवॉश करके सनस्क्रीन लगाएं। वहीं ऑयली स्किन वालों के लिए इस बार स्प्रे वाले सनस्क्रीन व स्टिक वाले जेल बेस्ड सनस्क्रीन भी आए हैं। अपनी स्किन टाइप के मुताबिक इनका चयन करें। -आसिफ खान, ब्यूटी एक्सपर्ट