
नर्मदापुरम जिला अस्पताल में शुक्रवार रात मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। एक सड़क दुर्घटना में मारे गए युवक निखिल चौरसिया (21) के शव को अस्पताल परिसर में आवारा कुत्तों ने नोच-नोच कर खा लिया। शव पोस्टमार्टम हाउस में रखा हुआ था, लेकिन न तो वहां कोई सुरक्षा थी, न ही शव को सुरक्षित रखने की कोई व्यवस्था। इस घटना ने जिला अस्पताल की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पानी पीने गए परिजन, लौटे तो गर्दन कटी मिली
मृतक के परिजनों के अनुसार, शुक्रवार रात करीब 3:30 बजे वे कुछ देर के लिए पानी पीने बाहर गए थे। वापस लौटने पर उन्होंने देखा कि एक कुत्ता शव के पास से मांस का टुकड़ा लेकर भाग रहा था। जब शव के पास पहुंचे तो गर्दन का बड़ा हिस्सा कटा हुआ था। इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया।
कोई गार्ड नहीं, कोई निगरानी नहीं
मृतक के चचेरे भाई अंकित गोहिले ने बताया कि अस्पताल में रात के वक्त कोई भी सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं था। “हम ही कुत्तों को भगाते रहे, लेकिन कोई जिम्मेदार नजर नहीं आया,” उन्होंने कहा। मृतक की बहन ने भी कहा कि अस्पताल में तीन साल से शव को रखने के लिए फ्रीजर तक नहीं है। शव खुले में रखे जाते हैं जिससे ऐसे हादसे आम हो गए हैं।
अस्पताल प्रबंधन ने दिए जांच के आदेश
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. सुधीर विजयवर्गीय ने घटना की पुष्टि करते हुए इसे बेहद गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा गार्ड को शोकॉज नोटिस जारी किया जा रहा है और पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। साथ ही उन्होंने ये भी स्वीकार किया कि अस्पताल में तीन साल से शवों के लिए फ्रीजर की व्यवस्था नहीं है, क्योंकि पुराना फ्रीजर एक हादसे में टूट गया था और उसके बाद मरम्मत नहीं हो सकी।
समाजसेवी संगठनों का विरोध प्रदर्शन
रविवार को श्री समर्पण श्री संगठन ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया। संगठन के सदस्य स्वदेश सैनी ने चेतावनी दी कि यदि 7 दिन में दोषियों पर एफआईआर दर्ज नहीं हुई, तो मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) का पुतला दहन किया जाएगा। मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन 181 पर भी की गई है।