Manisha Dhanwani
20 Dec 2025
भोपाल। मध्य प्रदेश के कई जिलों में अगले चार दिन भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग के अनुसार 29 जून से 2 जुलाई तक ग्वालियर, चंबल, रीवा, शहडोल, मंडला, बालाघाट, सिवनी, गुना, शिवपुरी समेत आधे से अधिक जिलों में जोरदार बारिश हो सकती है। 1 जुलाई से एक स्ट्रॉन्ग वेदर सिस्टम सक्रिय होगा, जिससे प्रदेश के कई हिस्सों में 4 से 8 इंच तक पानी गिर सकता है।
29 जून (रविवार): गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, मंडला और बालाघाट जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर समेत अन्य जिलों में यलो अलर्ट।
30 जून (सोमवार): ग्वालियर, भिंड, दतिया, शिवपुरी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, मंडला, सिवनी और बालाघाट में भारी बारिश का अलर्ट। इंदौर, भोपाल, जबलपुर और उज्जैन में भी मध्यम वर्षा की संभावना।
1 जुलाई (मंगलवार): गुना, शिवपुरी, श्योपुर, मंडला, बालाघाट और पांढुर्णा में अति भारी बारिश (8 इंच तक) का ऑरेंज अलर्ट। साथ ही 26 अन्य जिलों में भारी बारिश की चेतावनी।
2 जुलाई (बुधवार): नीमच, मंदसौर, सिवनी, मंडला और बालाघाट में अति भारी बारिश। 25 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश की संभावना। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में बिजली गिरने और मूसलाधार बारिश की आशंका बनी हुई है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या सुरेंद्रन के अनुसार, वर्तमान में गुजरात के कच्छ-सौराष्ट्र क्षेत्र में एक लो प्रेशर एरिया सक्रिय है। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी, उत्तर प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ से होते हुए मध्यप्रदेश में द्रोणिका (ट्रफ लाइन) बनी हुई है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण यह सिस्टम तेज बारिश का कारण बन रहा है।
इस बार मानसून 1 दिन की देरी से 14 जून को एमपी पहुंचा था, लेकिन 5 दिनों में पूरे प्रदेश को कवर कर लिया। 15 जून के आसपास सामान्य तौर पर मानसून एमपी पहुंचता है, लेकिन इस बार यह थोड़ा देर से आया और तेजी से फैला।
शनिवार को सतना के चित्रकूट, सीधी, छतरपुर, खजुराहो, नौगांव, इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, रतलाम और अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। रविवार को भी सुबह से कई इलाकों में बादल छाए रहे और बारिश का सिलसिला जारी है।