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MP Weather Update : 20 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर; कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात

भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। बीते कुछ दिनों से प्रदेशभर में लगातार तेज बारिश हो रही है, जिससे नदी-नाले उफान पर हैं। नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मौसम विभाग ने 11 जुलाई तक भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। सोमवार को 30 से अधिक जिलों में झमाझम बारिश हुई, वहीं मंगलवार को 7 जिलों में अति भारी और 12 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

नर्मदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर

मंडला जिले में नर्मदा नदी 438.10 मीटर के जलस्तर पर बह रही है, जो खतरे के निशान 437.8 मीटर से ऊपर है। सोमवार रात यहां उफनती नदी को पार करने की कोशिश में तीन युवक बह गए। दो किसी तरह बच निकले, जबकि एक युवक लापता है। निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा लगातार बना हुआ है।

अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट

मौसम विभाग ने मंगलवार, 8 जुलाई को नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में अगले 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश हो सकती है।

वहीं सीहोर, हरदा, रायसेन, सागर, नरसिंहपुर, दमोह, जबलपुर, छतरपुर, पन्ना, कटनी, डिंडौरी और उमरिया में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी है। भोपाल और इंदौर में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।

अगले 4 दिन का मौसम पूर्वानुमान

9 जुलाई (बुधवार)

सीधी, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, नर्मदापुरम और बैतूल में अति भारी बारिश हो सकती है। मध्य, पश्चिम और उत्तर जिलों में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

10 जुलाई (गुरुवार)

दमोह, पन्ना, कटनी, उमरिया, मैहर, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में अति भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, शहडोल, अनूपपुर सहित दो दर्जन जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट है।

11 जुलाई (शुक्रवार)

श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, सागर, छतरपुर, पन्ना, जबलपुर, सतना, मैहर और रीवा सहित 15 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

मंडला, सिवनी, डिंडौरी में हालात गंभीर

मंडला में तेज बारिश के कारण महिष्मती घाट का छोटा पुल डूब गया है। मटियारी, सुरपन और बंजर नदियां उफान पर हैं। सोमवार को जबलपुर, डिंडौरी, बालाघाट और अनूपपुर में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों की छुट्टी कर दी गई थी। सिवनी में 9 घंटे में ढाई इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है।

30 जिलों में भारी बारिश

राज्य के 30 से अधिक जिलों में सोमवार को तेज बारिश दर्ज की गई। पचमढ़ी, मलाजखंड में सवा इंच, शाजापुर, छिंदवाड़ा, शिवपुरी में 1 इंच, जबलपुर में पौन इंच और बैतूल में आधा इंच पानी गिरा। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों में कई जिलों में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।

11 जुलाई तक जारी रहेगा बारिश का सिलसिला

सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि प्रदेश के मध्य भाग से मानसून की टर्फ लाइन गुजर रही है, जिससे लगातार भारी बारिश हो रही है। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र का प्रभाव अगले कुछ दिनों तक रहेगा, जिससे बारिश का सिलसिला 11 जुलाई तक जारी रहेगा।

एक दिन की देरी से पहुंचा मानसून

इस बार मानसून एक दिन की देरी से 16 जून को मध्यप्रदेश में प्रवेश कर गया था, लेकिन तीन दिन में ही प्रदेश के सभी 53 जिलों को कवर कर लिया। इसके बाद से ही लगातार बारिश का दौर जारी है।

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