
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार की कार्यवाही राजनीतिक विवादों और हंगामे से भरी रही। सत्र की शुरुआत दिवंगत पूर्व विधायकों और मंत्रियों को श्रद्धांजलि के साथ हुई। इसके बाद कार्यवाही को सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
प्रश्नकाल में केवल दो प्रश्न ही हो पाए। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार शून्यकाल में खाद संकट पर बात करना चाहते थे। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बांग्लादेश का मुद्दा उठा दिया, जिस पर कांग्रेस ने कहा- सरकार खाद संकट पर चर्चा ही नहीं करना चाहती। इसके बाद कांग्रेस ने हंगामा करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
प्रश्नकाल में दो ही सवाल हो पाए
सदन की कार्यवाही में प्रश्नकाल में दो ही सवाल हो पाए। विधायक सुरेश राज्य ने ग्वालियर जिले में मनरेगा के कामों में अनियमितताओं पर सवाल उठाया, जिस पर पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल ने जांच का आश्वासन दिया। विधायक जयवर्धन सिंह ने गुना जिले के राघोगढ़ महाविद्यालय की समस्याओं को लेकर सवाल किया। उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने पिछली गलत जानकारी की गलती मानी।
खाद संकट और विपक्ष का हंगामा
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने शून्यकाल में प्रदेश में नकली खाद के मुद्दे को उठाना चाहा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों की समस्याओं पर चर्चा नहीं करना चाहती। इस पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बांग्लादेश के निर्माण के ऐतिहासिक महत्व का जिक्र कर विषय बदल दिया, जिससे विपक्ष ने सदन में शोर-शराबा किया और कांग्रेस ने वॉकआउट कर दिया।
दो विधायकों ने ली शपथ
नए विधायकों कमलेश शाह (अमरवाड़ा) और रमाकांत भार्गव (बुधनी) ने शपथ ली। विजयपुर से निर्वाचित विधायक मुकेश मल्होत्रा की शपथ नहीं हो पाई। क्योंकि वे सदन में नहीं पहुंचे।
दिवंगत पूर्व विधायकों और पूर्व मंत्रियों को दी श्रद्धांजलि
नए विधायकों की शपथ के बाद दिवंगत पूर्व विधायकों, पूर्व केंद्रीय मंत्रियों और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित रही।
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