
मध्यप्रदेश सरकार ने स्कूल शिक्षा में बड़ा बदलाव किया है। अब 10वीं और 12वीं कक्षा के बोर्ड एग्जाम साल में दो बार आयोजित होंगे और सप्लीमेंट्री एग्जाम को खत्म कर दिया गया है, जिसका उद्देश्य छात्रों को परीक्षा में दो मौका देना और पढ़ाई का दबाव कम करना है।
दूसरी परीक्षा का मिलेगा मौका
अब सप्लीमेंट्री परीक्षा की व्यवस्था खत्म कर दी गई है। इसके बजाय जो छात्र पहली परीक्षा में फेल हो गए, परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए या जो छात्र अपने अंक सुधारना चाहते हैं, वे जुलाई-अगस्त में होने वाली दूसरी परीक्षा में भाग ले सकेंगे। हालांकि, दूसरी परीक्षा में वही विषय होंगे जो पहली बार लिए गए थे।
कैसे बनेगा फाइनल रिजल्ट?
छात्रों का फाइनल रिजल्ट दोनों परीक्षाओं के नंबर को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा। अगर कोई छात्र दूसरी परीक्षा के लिए पात्र है, तो उसे अगली कक्षा में अस्थायी प्रवेश मिल सकता है। यदि वह दूसरी परीक्षा में सफल होता है, तो उसकी उपस्थिति मान्य मानी जाएगी।
नई व्यवस्था 2024-25 से होगी लागू
यह व्यवस्था कॉलेज के सेमेस्टर सिस्टम की तरह होगी। इस बदलाव को माध्यमिक शिक्षा मंडल विनियम 1965 में संशोधन कर लागू किया गया है और इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।
इस बार 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में करीब 17 लाख विद्यार्थी शामिल हुए थे, जिनका रिजल्ट जल्द आने वाला है।