ताजा खबरभोपालमध्य प्रदेश

मंत्री विजय शाह पहले भी कर चुके हैं विवादित हरकतें, बयानबाजी और बर्ताव ने बार-बार कराई पार्टी की किरकिरी; शूटिंग रुकवाना, जंगल में पार्टी, मंत्री पद गंवाना…

भोपाल। मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर घिर गए हैं। इस बार उन्होंने भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसे लेकर न सिर्फ राजनीतिक हलकों में भूचाल आया, बल्कि मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने भी सख्ती दिखाई है।

बता दें कि मंत्री विजय शाह का विवादों से पुराना नाता रहा है। यह कोई पहला मौका नहीं है जब उनकी बयानबाजी ने पार्टी को मुश्किल में डाला हो। इससे पहले भी उनके अविवेकपूर्ण आचरण और टिप्पणियों के चलते भाजपा को डैमेज कंट्रोल करना पड़ा है।

विद्या बालन के डिनर इनकार पर…

कोविड महामारी के दौरान विजय शाह मध्य प्रदेश के वन मंत्री थे। अभिनेत्री विद्या बालन जब अपनी फिल्म ‘शेरनी’ की शूटिंग कर रही थीं, तब शाह ने उनके साथ डिनर की इच्छा जताई। विद्या ने डिनर का प्रस्ताव ठुकरा दिया, जिसके बाद मंत्री ने शूटिंग रुकवा दी। मामला मीडिया में आने पर शूटिंग दोबारा शुरू करने की अनुमति दी गई, लेकिन तब तक सरकार की काफी किरकिरी हो चुकी थी।

जंगल में चिकन पार्टी का वीडियो हुआ था वायरल

दिसंबर 2024 में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के कोर ज़ोन में चिकन पार्टी करते हुए मंत्री शाह का वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में वे वन वॉच टावर पर दो लोगों के साथ खाना पकाते नजर आए थे और कहते सुने गए थे, सही पिकनिक तो आज है। शानदार पिकनिक है। वन्यजीव कार्यकर्ताओं ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई, जांच की मांग भी हुई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

थाना प्रभारी को मारा थप्पड़, पुलिस ने की पिटाई

विजय शाह ने 1998 में एक युवक की पुलिस हिरासत में मौत को लेकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान उन्होंने थाना प्रभारी को चांटा मार दिया, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने उन्हें डंडों से पीटा और उनका पैर फ्रैक्चर हो गया। तब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। यह घटना काफी चर्चित रही और उनकी राजनीतिक छवि को भी प्रभावित किया।

शिवराज सिंह चौहान की पत्नी पर की थी टिप्पणी

2013 में विजय शाह ने तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। इसके चलते उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया, हालांकि राजनीतिक रसूख के चलते चार महीने में फिर कैबिनेट में वापसी भी कर ली थी।

आठ बार के विधायक, आदिवासी राजनीति में मजबूत पकड़

बात दें कि विजय शाह का राजनीतिक सफर इंदौर में ABVP से छात्र राजनीति से शुरू हुआ। 1990 में पहली बार विधायक चुने गए। इसके बाद वे 1993, 1998, 2003, 2008, 2013, 2018 और 2023 तक आठ बार लगातार हरसूद विधानसभा सीट से जीत दर्ज की है। वे भाजपा के प्रमुख आदिवासी चेहरे हैं और कई सरकारों में मंत्री पद संभाल चुके हैं।

संबंधित खबरें...

Back to top button